इंचागढ़ में रंगदारी के नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर सवाल, पूर्व राजद जिलाध्यक्ष ने डीजीपी से लगाई गुहार
ईचागढ़ थाना की कार्रवाई पर उठे सवाल, एफआईआर के बाद भी आरोपी खुलेआम, सुरक्षा की मांग

गम्हरिया : राजद के पूर्व जिलाध्यक्ष सह व्यवसायी गजानंद साहू ने ईचागढ़ थाना क्षेत्र में दर्ज रंगदारी मामले में नामजद आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी नहीं होने पर गंभीर चिंता जताई है। गम्हरिया में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि उनके पैतृक गांव टीकर के रहने वाले छोटू घोष, तापस घोष एवं अन्य लोगों पर उनसे पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप है। आरोप है कि रकम नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई जिससे भयभीत होकर उन्होंने 25 हजार रुपये दिए जिसका प्रमाण उनके पास मौजूद है। गजानंद साहू के अनुसार धमकियों के बावजूद ईचागढ़ थाना में कई बार आवेदन देने पर भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई। बाद में झारखंड राजद के प्रदेश महासचिव अर्जुन प्रसाद यादव के हस्तक्षेप से 14 नवंबर को एफआईआर दर्ज हुई। हालांकि एफआईआर दर्ज होने के लगभग एक माह बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से उनकी जानमाल की सुरक्षा पर खतरा बना हुआ है। उन्होंने राज्य के पुलिस महानिदेशक से मामले में त्वरित कार्रवाई, आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी तथा पीड़ित परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। साहू ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे राजद के प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री से मिलकर शिकायत करेंगे। प्रेस वार्ता में राजद जिला प्रवक्ता मुकेश झा सहित कई पार्टी नेता उपस्थित थे।