गैंगस्टर अमरनाथ सिंह की बासुकीनाथ मंदिर के बाहर अपराधियो ने गोली मारकर हत्या कर दी
अमरनाथ अपने परिवार के साथ बासुकीनाथ मंदिर में पूजा करने गया था. बताया जाता है कि एक बाइक पर सवार तीन अपराधी मंदिर के बाहर पहुंचे और अमरनाथ सिंह को सर पर सटा कर गोली मार दी.

dumka: जमशेदपुर के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर अमरनाथ सिंह की दुमका के बासुकीनाथ मंदिर के बाहर नंदी चौक के पास बाइक सवार अपराधियो ने गोली मारकर हत्या कर दी . अमरनाथ अपने परिवार के साथ बासुकीनाथ मंदिर में पूजा करने गया था. बताया जाता है कि एक बाइक पर सवार तीन अपराधी मंदिर के बाहर पहुंचे और अमरनाथ सिंह को सर पर सटा कर गोली मार दी.
गणेश सिंह गैंग और अमरनाथ सिंह गैंग के बीच पिछले छह-सात वर्षों से लड़ाई थी जारी
जमशेदपुर निवासी गैंगस्टर अमरनाथ सिंह की हत्या को लेकर उसके मित्र व रिश्तेदारों ने सीधे तौर पर जमशेदपुर के ही गणेश सिंह गैंग पर हत्या का आरोप लगाया। मृतक के साथ आए उसके मित्र बृजेश सिंह ने इस घटना में सीधे तौर पर अमरनाथ सिंह के प्रतिद्वंदी गणेश सिंह गैंग पर हत्या का आरोप लगाया। बृजेश सिंह ने बताया कि गणेश सिंह और मृतक अमरनाथ सिंह के बीच वर्ष 2015-16 से ही यह अदावत चल रही है। पहली बार गणेश सिंह ने अमरनाथ के भाई शक्ति सिंह पर एनएच पर फायरिंग की थी। जवाबी कार्रवाई करते हुए अमरनाथ सिंह ने भी गणेश के भाई प्रशांत पर फायरिंग की थी। यहीं से दोनों के बीच गैंगवार की शुरूआत हुई थी।
अमरनाथ सिंह परमजीत सिंह गिरोह से ताल्लुक रखता था। जबकि गणेश सिंह को शहर के गैंगस्टर अखिलेश सिंह का समर्थन प्राप्त था। अमरनाथ सिंह जमीन के कारोबार से जुड़ा हुआ था जो दोनों के बीच अदावत की एक बड़ी वजह थी। दोनों गैंग के बीच लंबे समय से टकराव चल रही है। एक और जहां गणेश सिंह राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना युवा प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया, गणेश सिंह को सरयू राय का नजदीकी माना जाता है जबकि अमरनाथ सिंह स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का करीबी बताया जाता है। पूर्व में अमरनाथ सिंह ने भी गणेश सिंह की हत्या का प्लान बनाया था लेकिन वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया था। दोनों के बीच लंबे समय से लड़ाई चल रही थी। प्रशासन द्वारा 11 जनवरी 2021 को अमरनाथ सिंह को एक वर्ष के लिए तड़ीपार किया गया था।
क्या कहा चश्मदीद गवाह ने
बासुकीनाथ: घटनास्थल पर मौजूद मृतक के रिश्ते में लगने वाले भतीजा मनीष कुमार ने बताया कि अमरनाथ सिंह एक चाय दुकान के बाहर बेंच में बैठकर चाय पी रहे थे। इस दौरान वो फोन पर भी किसी से बात कर रहे थे। इसी दौरान कांवरिया के भेष में करीब तीन की संख्या में आए अपराधी ने झोला से हथियार निकाल कर घटना को अंजाम दिया। अपराधी ने अमरनाथ के सिर में सटाकर कनपटी के करीब गोली मारी। घटना को अंजाम देकर अपराधी भीड़ में शामिल होकर फरार हो गए। मनीष की मानें तो घटना के बाद उसने अपराधियों की दिशा में दौड़ भी लगाई थी लेकिन अपराधी भागने में सफल रहे।
घटना स्थल पर जरमुंडी थाना के पुलिस निरीक्षक दयानंद साह, एसआई अनुज कुमार यादव, एएसआई योगेंद्र शर्मा, अशोक कुमार, बासुकीनाथ नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष मंटू लाहा, उपाध्यक्ष अमित कुमार साह उर्फ छोटू साह सहित स्थानीय ग्रामीण सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद।
घटनास्थल बासुकीनाथ नंदी चौक जरमुंडी थाना से महज 100 मीटर की दूरी पर है
घटना के बारे में घटनास्थल पर मौजूद मृतक के रिश्ते में लगने वाले भतीजा मनीष कुमार ने बताया कि कांवरिया के भेष में आए अपराधी ने झोला से हथियार निकाल कर घटना को अंजाम दिया। घटना को अंजाम देकर भीड़ में शामिल हो गए अपराधी।