धरना को असंवैधानिक बताने वाली खबर पर जेएलकेएम का खंडन, आंदोलन को बताया संवैधानिक
पार्टी सुप्रीमो की जानकारी में हुआ आंदोलन, मजदूरों के हक की लड़ाई को बताया जायज

गम्हरिया : आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र के फेज-6 स्थित क्राफ्ट्समैन ऑटोमेशन लिमिटेड कंपनी गेट पर बुधवार को झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के बैनर तले तीन घंटे तक जोरदार धरना-प्रदर्शन हुआ था। जिलाध्यक्ष दीपक महतो, केंद्रीय उपाध्यक्ष तरुण महतो और बेबी महतो के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कंपनी गेट पूरी तरह जाम कर दिया था। प्रदर्शन के दौरान निष्कासित मजदूरों की वास्तविक संख्या और पहचान पर भी सवाल उठे थे। कंपनी प्रबंधन ने प्रदर्शन को असंवैधानिक करार देते हुए कहा था कि मजदूरों का मामला न्यायालय में लंबित है और 2019 में ही सेटलमेंट के साथ विवाद का निपटारा किया जा चुका था। वहीं पार्टी के अंदर से भी यह सवाल उठा कि धरना पार्टी सुप्रीमो की अनुमति के बिना आयोजित किया गया। इसपर जेएलकेएम के जिला अध्यक्ष दीपक महतो ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अखबार में प्रकाशित खबर का खंडन किया। उन्होंने कहा कि धरना पूरी तरह संवैधानिक था और इसके लिए अनुमंडल पदाधिकारी से विधिवत अनुमति ली गई थी। उन्होंने दावा किया कि धरना में 40 से 50 मजदूर शामिल थे और सेटलमेंट का जिक्र भ्रामक है क्योंकि अब तक किसी मजदूर को कोई सेटलमेंट नहीं मिला है। दीपक महतो ने स्पष्ट किया कि मामला न्यायालय में केवल छह मजदूरों से जुड़ा है लेकिन शेष मजदूर भी अपने अधिकारों के लिए लड़ सकते हैं। उन्होंने पार्टी सुप्रीमो जयराम महतो की जानकारी और अनुमति से ही धरना आयोजित होने की बात कही और इसे मजदूरों के हक की लड़ाई बताया। साथ ही यह भी कहा कि यदि मौजूदा धरना असंवैधानिक माना जा रहा है तो 27 जून 2025 को आयोजित धरना भी असंवैधानिक कहलाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि झूठी खबरों के जरिए मजदूरों की वैध लड़ाई को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है।