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पत्रकार और उनके बेटे को मिली जान से मारने की धमकी, चौका थाना की लापरवाही पर उठे सवाल

रिपोर्ट: MANISH 2 दिन पहलेझारखण्ड

अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप, अनुसंधानकर्ता बोले : निलंबित हो जाऊँगा, इससे आगे क्या होगा

पत्रकार और उनके बेटे को मिली जान से मारने की धमकी, चौका थाना की लापरवाही पर उठे सवाल

चांडिल : सरायकेला-खरसावां जिले के चौका थाना क्षेत्र में पत्रकार और उनके बेटे को अपराधियों से जान का खतरा होने के बावजूद पुलिस की ढिलाई सामने आई है। झारखंड सरकार से मान्यता प्राप्त पत्रकार बसंत कुमार साहू और उनके बेटे अजय कुमार गुप्ता ने अपराधियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मामला 3 अगस्त 2025 का है जब अजय कुमार गुप्ता ने चौका थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई। दर्ज कांड संख्या 54/2025 के अनुसार कुरली गांव के विकास पाण्डेय ने काली स्कॉर्पियो से पीछा कर एनएच-33 पर गाड़ी रोकते हुए पिस्तौल सटाकर प्रतिमाह पचास हजार रुपये रंगदारी की मांग की। इसके अलावा 31 अगस्त को भी थार गाड़ी को ओवरटेक कर धमकाया गया। वहीं विकास पाण्डेय का भाई राहुल पाण्डेय पर भी गंभीर आरोप लगे हैं। शराब के नशे में वह पत्रकार बसंत कुमार साहू को बार-बार जान से मारने की धमकी देता है। इस पर पत्रकार ने 17 अगस्त 2025 को थाना में सनहा दर्ज कराया (सनहा संख्या 17/25), लेकिन पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठे हैं। मामले के अनुसंधानकर्ता भगवान प्रसाद ने पत्रकार के पूछने पर कहा कि मैं निलंबित हो जाऊंगा इससे आगे क्या होगा। थाना प्रभारी बजरंग महतो ने तो पुलिस अधीक्षक को यह कहते हुए रिपोर्ट भेजी कि दोनों आरोपी और पीड़ित दोस्त हैं। सवाल उठता है कि अगर किसी दोस्त की हत्या हो जाए तो क्या मामला दर्ज नहीं होगा? गौरतलब है कि आरोपी राहुल पाण्डेय के खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। ईचागढ़ थाना कांड संख्या 28/25 (धारा 140(1), 308(4), 115(2), 351(3), 352 बीएनएस) और चांडिल थाना कांड संख्या 11/2011 (धारा 386/34 भादवि) इसका प्रमाण हैं। इसके बावजूद चौका थाना की सुस्ती यह दर्शाती है कि कहीं न कहीं अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है। सवाल उठ रहा है कि क्या थाना प्रशासन पत्रकार की हत्या का इंतजार कर रहा है? यदि मान्यता प्राप्त पत्रकारों की सुरक्षा पर पुलिस इतना उदासीन रवैया अपनाएगी तो आम जनता की सुरक्षा की गारंटी कैसे होगी?

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