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अवैध अफीम खेती के खिलाफ कोल्हान प्रमंडल स्तरीय समीक्षा बैठक, सरायकेला में चल रहे अभियान की सराहना

रिपोर्ट: MANISH 1 दिन पहलेझारखण्ड

आईजी और डीआईजी ने दोनों जिलों में किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए अधिकारियों को बेहतर समन्वय के साथ कार्य करने की सलाह दी।

अवैध अफीम खेती के खिलाफ कोल्हान प्रमंडल स्तरीय समीक्षा बैठक, सरायकेला में चल रहे अभियान की सराहना

सरायकेला : अवैध अफीम की खेती के विनष्टीकरण और रोकथाम के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत सोमवार को खरसावां डाकबंगला सभागार में कोल्हान प्रमंडल स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रमंडलीय आयुक्त हरि कुमार केसरी ने की। इस बैठक में रांची जोनल आईजी अखिलेश झा, कोल्हान डीआईजी मनोज रतन चौथे, सरायकेला-खरसावां उपायुक्त रविशंकर शुक्ला, पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) उपायुक्त कुलदीप चौधरी, सरायकेला-खरसावां पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लूनायत, पश्चिमी सिंहभूम पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर और वन विभाग के पदाधिकारी उपस्थित रहे। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि 15 फरवरी तक अवैध अफीम की खेती को पूरी तरह नष्ट करने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक प्रमंडल में 500 क्विंटल वैकल्पिक फसलों के बीज किसानों को उपलब्ध कराए गए हैं। किसानों को वैकल्पिक खेती के लिए प्रोत्साहित करने और बीज वितरण के साथ-साथ उन्हें मादक पदार्थों की खेती से दूर रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है। जोनल आईजी अखिलेश कुमार झा ने बैठक में थानावार प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि अवैध अफीम खेती की पहचान के लिए ड्रोन का उपयोग किया जाए और विनष्टीकरण अभियान के लिए पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनाती की जाए। उन्होंने प्रभावित इलाकों में ग्राम प्रधान, मानकी-मुंडा और अन्य स्थानीय समुदायों के साथ समन्वय स्थापित कर किसानों को वैकल्पिक फसल के प्रति जागरूक करने पर जोर दिया। आईजी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अवैध खेती को बढ़ावा देने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि अफीम और गांजा जैसे मादक पदार्थों के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए स्थानीय प्रशासनिक और सामाजिक संस्थाओं का सहयोग लिया जाए। बैठक में डीसी और एसपी ने अपने-अपने जिलों में चलाए जा रहे अभियान की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। आईजी और डीआईजी ने दोनों जिलों में किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए अधिकारियों को बेहतर समन्वय के साथ कार्य करने की सलाह दी। यह बैठक अवैध अफीम खेती के खिलाफ ठोस कदम उठाने और इसे जड़ से समाप्त करने के लिए प्रशासन के दृढ़ संकल्प को दर्शाती है।

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