22 दिन बाद लौटा ममता का उजाला, अररिया में नवजात तस्करी कांड का पर्दाफाश
प्राइवेट नर्सिंग होम से गायब हुआ बच्चा पुलिस ने पूर्णिया से किया बरामद, मां की आंखों में लौट आई चमक

अररिया : जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जहाँ एक मां को अपने नवजात बच्चे से मिलने में पूरे 22 दिन लग गए। जानकारी के अनुसार 25 सितंबर को रुबी खातून ने सदर अस्पताल में बेटे को जन्म दिया था। प्रसव के बाद मां बेहोश थी तभी गांव की दाई साजरा खातून ने जच्चा-बच्चा की हालत गंभीर बताते हुए उन्हें एहतेशाम के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया। तीन दिनों तक इलाज के नाम पर बहाने बनते रहे और फिर अचानक नवजात गायब हो गया। परिवार को कभी बताया गया कि बच्चे को दिल्ली भेजा गया है तो कभी कहा गया पूर्णिया ले जाया गया। हताश होकर पिता सरफराज ने 13 अक्टूबर को नगर थाना में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस जांच में मानव तस्करी का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ। पहले नर्स तबस्सुम और उसकी ननद रूही को गिरफ्तार किया गया और फिर 25 अक्टूबर को पुलिस ने पूर्णिया से दिल्ली जा रही बस से मुन्नी खातून को गिरफ्तार कर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। अब रुबी खातून अपने बेटे को सीने से लगाए रोते हुए कहती हैं कि 22 दिन बाद मेरी ममता पूरी हुई। यह मामला प्रशासन और स्वास्थ्य व्यवस्था दोनों पर गंभीर सवाल खड़ा करता है कि आखिर अस्पतालों में मांओं की गोद कब तक सूनी होती रहेगी?