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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लिये गए कई महत्वपूर्ण फैसले, नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन को मंजूरी

रिपोर्ट: VBN News Desk20 घंटे पहलेदेश

इसी कड़ी में, प्रधानमंत्री ने नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन को मंजूरी दी है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लिये गए कई महत्वपूर्ण फैसले, नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन को मंजूरी

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इस बैठक में नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन को मंजूरी दी गई, साथ ही मोलेसेस और गन्ने के रस की नई कीमतों को भी मंजूरी प्रदान की गई। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा कि आज का सबसे बड़ा फैसला किसानों के हित में लिया गया है। इथेनॉल के उपयोग से न केवल देश की अर्थव्यवस्था को लाभ हुआ है, बल्कि यह किसानों के लिए भी फायदेमंद साबित हुआ है। इसके अतिरिक्त, इथेनॉल से विदेशी मुद्रा की बचत होती है और यह पर्यावरणीय स्थिरता को भी समर्थन देता है। पिछले इथेनॉल आपूर्ति वर्ष में, इथेनॉल ने 40,000 करोड़ रुपये के लाभ में योगदान किया। उन्होंने बताया कि गन्ने से निकलने वाली तीन चीजें जैसे सी हैवी मोलेसेस, बी हैवी मोलेसेस और गन्ने का रस की खरीद कीमतों को भी कैबिनेट ने मंजूरी दी। इनकी खरीद और इथेनॉल निर्माण में इस्तेमाल से किसानों और पर्यावरण को फायदे होंगे, इसलिए इसे बढ़ावा दिया जा रहा है। अश्विनी वैष्णव ने यह भी बताया कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं, जिनसे आने वाली पीढ़ी, आर्थिक विकास और युवाओं के लिए नए अवसर उत्पन्न होंगे। इसी कड़ी में, प्रधानमंत्री ने नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन को मंजूरी दी है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा। इस मिशन के तहत 16,300 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जो अगले 6 वर्षों में विभिन्न पहलुओं पर काम करने के लिए आवंटित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन भारतीय सार्वजनिक उपक्रमों और निजी क्षेत्र की कंपनियों को विदेशों में महत्वपूर्ण खनिज संपत्तियों के अधिग्रहण में मदद करेगा और साधन संपन्न देशों के साथ व्यापार को बढ़ावा देगा। साथ ही, भारत के भीतर महत्वपूर्ण खनिज भंडारों का विकास भी किया जाएगा।"

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