योग दिवस की पूर्व संध्या पर AN हाई स्कूल पीलीद में अश्लीलता का आयोजन, अभिभावकों में नाराज़गी
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि छात्राओं के सामने कुछ शिक्षक अश्लील मुद्रा में नाच रहे हैं और आसपास की बच्चियां यह सब देख रही हैं।

सरायकेला-खरसावां ज़िले के AN हाई स्कूल पीलीद में 21 जून को आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से ठीक एक दिन पहले 20 जून को विद्यार्थियों के लिए योगाभ्यास का कार्यक्रम तय किया गया था। लेकिन इस आयोजन की तस्वीरें और वीडियो सामने आने के बाद शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि योग अभ्यास के नाम पर विद्यालय परिसर में दरी बिछाकर बच्चों को इकट्ठा किया गया, लेकिन वहां योग या शारीरिक अभ्यास के बजाय हिंदी गानों पर डांस सिखाया और कराया गया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि छात्राओं के सामने कुछ शिक्षक अश्लील मुद्रा में नाच रहे हैं और आसपास की बच्चियां यह सब देख रही हैं।
स्थानीय ग्रामीणों और बच्चों के अभिभावकों ने गहरी नाराज़गी जताई है। उनका कहना है कि गांव के गरीब लोग अपने बच्चों को सरकारी स्कूल इस उम्मीद से भेजते हैं कि वहां उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी और वे एक अच्छा भविष्य बना सकेंगे। लेकिन जिस तरह के आयोजन योग के नाम पर किए जा रहे हैं, वह बच्चों को गुमराह करने वाला है।
स्थिति को और भी चिंताजनक तब बताया जा रहा है जब विद्यालय की प्रधानाध्यापिका स्वयं इस डांस में भाग लेती दिखाई दीं। इससे साफ जाहिर होता है कि इस कार्यक्रम को विद्यालय प्रशासन की मंजूरी प्राप्त थी। योग के स्थान पर इस तरह की गतिविधियों ने पूरे आयोजन की गंभीरता को ही समाप्त कर दिया।
स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने जिला शिक्षा विभाग से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर स्कूलों में इस तरह की गतिविधियाँ होती रहेंगी, तो "पढ़ेगा झारखंड" नहीं, बल्कि "थिरकेगा झारखंड" की गलत दिशा में राज्य का भविष्य अग्रसर हो जाएगा।