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राज्य में कृषि उत्पाद का अंतर्राज्यीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापार विकास पर कार्यशाला का आयोजन

रिपोर्ट: Ashwini kumar Ghai13 घंटे पहलेझारखण्ड

" झारखण्ड के कृषि उत्पाद का अंतर्राज्यीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापार का विकास " विषय पर कार्यशाला का आयोजन

राज्य में कृषि उत्पाद का अंतर्राज्यीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापार विकास पर कार्यशाला का आयोजन

Palamu: चेंबर भवन में चैंबर की कृषि बागवानी एवं ग्राम उद्योग उप समिति (अहारी) द्वारा " झारखण्ड के कृषि उत्पाद का अंतर्राज्यीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापार का विकास " विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में रांची रेल मंडल की सीनियर डीसीएम शुचि सिंह, एसीएम अनिल जेराई, एयरपोर्ट डायरेक्टर आर.आर मौर्या, ड्राई पोर्ट प्रीसनाइन मगध इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा० लि०, पटना के राकेश कुमार, मो. सहदबाद एवं विवेक विपुल, नाबार्ड के डीजीएम गौरव कुमार, एसोसियेट डीन होर्टीकल्चर कॉलेज खरसावां के डॉ. एके सिंह, झारखण्ड ग्रामीण बैंक के एजीएम मुकेश वर्मा, स्पीकर एवं अतिथि के रूप में अपना बहुमूल्य योगदान दिया। कार्यशाला में राज्य के अनेकों किसान उत्पादक कंपनी के पदाधिकारी, कृषि विकास कार्य में संलिप्त स्वयंसेवी संस्थान, खाद्यान्न व्यापारी एवं खाद्यान्न उद्यमी एवं चैंबर के सदस्यों ने श्रोता / लाभार्थी के रूप में भाग लिया। कार्यशाला में अपना अनन्या फार्मिंग प्रा० लि० ने उनके उत्पाद लेमन ग्रास तेल, प्यूरेश डेयरी ने अपने दुग्ध उत्पाद एवं फॉर्म टू प्लेट ने अपने किसान उत्पादक कंपनी के समूह द्वारा उत्पादित खाद्य सामग्री का स्टॉल लगाया। कार्यशाला का शुभारंभ एवं स्वागत भाषण चैंबर अध्यक्ष परेश गट्टानी द्वारा किया गया I उन्होंने कहा कि चैम्बर द्वारा राज्य के किसानों की आय बढ़ाने के लिए व्यवसायिक स्तर पर हर सम्भव सहयोग प्रदान किया जाएगा और कृषि व्यापार को विकसित करने के लिए अनुकूल इको सिस्टम विकसित करने के लिए सरकार को पूर्ण सहयोग दिया जाएगा I कार्यशाला का विषय प्रवेश एवं लक्ष्य का उद्बोधन सेमिनार के आयोजक अहारी उप समिति के चेयरमेन आनंद कोठारी ने किया। साथ ही सेमिनार का संचालन किया। अहारी उप समिति के चेयरमेन आनंद कोठारी ने जानकारी दी कि राज्य के किसान कड़ी मेहतन कर प्रचुर मात्रा में सभी प्रकार की सब्जियां, फल, धान, तिलहन, दलहन एवं लघु वन उत्पाद का उत्पादन कर रहे हैं किंतु राज्य में विपणन आधारभूत संरचना एवं विपणन इको सिस्टम के अभाव में उन्हें उनके उत्पाद को विवश होकर कम कीमत में बेंचना पड़ता है। इस कारण उन्हें काफी कम आमदनी होती है और उनकी दयनीय आर्थिक स्थिति का कारण यही है। राज्य के किसी भी बाजार समिति में किसानों के उत्पादन की बिकी की सुविधा नहीं है।

इस कारण राज्य के किसान सही एवं उचित कीमत पर अपने उत्पाद बेंचने में असमर्थ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में किसानों की चार से दस गुणा बढ़ सकती है यदि उनके उत्पाद की बिकी की व्यवस्था राष्ट्र के मुख्य शहरों में किया जाय। साथ ही राज्य से विदेश में निर्यात की व्यवस्था हो। इसी संदर्भ में इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे राज्य से कृषि उत्पाद के निर्यात के लिए अविलंब समुचित आधारभूत संरचना एवं इको सिस्टम को विकसित करें।

इसके लिए राजधानी रांची में अविलंब अपेडा का कार्यालय, डीजीएफटी का कार्यालय, एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल का कार्यालय, प्लांट क्योरेनटाइन स्टेशन का कार्यालय, पेस्टीसाइड्स रेसिड्यू प्रयोगशाला का निर्माण, एनएबीएल मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला, इंटीग्रेटेड आधुनिक पैक हाउस का निर्माण (रांची, मेदिनीनगर, गिरिडीह एवं गोड्डा में), जमशेदपुर में ड्राई पोर्ट का निर्माण किया जाय। इसी प्रकार फूड प्रोसेसिंग एवं फूड इंडस्ट्री निदेशालय की स्थापना, बिरसा मुंडा एयरपोर्ट में कारगो टर्मिनल का निर्माण हो। इसके लिए सरकार द्वारा एयरपोर्ट ऑथोरिटी को शीघ्र भूमि उपलब्ध कराई जाय। साथ ही एयरपोर्ट का अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट स्तर पर उन्नयन हो ताकि इस एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय एयर कार्गो सेवा उपलब्ध हो सके और झारखंड से एयर कार्गो द्वारा सीधे विदेश मे यहां के उत्पादन का निर्यात हो सके I

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