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पीवीटीजी ग्राम बॉसटोली में पानी की समस्या से जूझ रहे है लोग

रिपोर्ट: शनिरंजन 6 घंटे पहलेझारखण्ड

नव प्राथमिक विद्यालय के इन्ही शिक्षकों, बच्चों के माध्यम से पोस्टर व रैली निकालकर लोगों को खुले में शौच नहीं जाने के लिए जागरुक किया जाता है।

पीवीटीजी ग्राम बॉसटोली  में पानी की समस्या से जूझ रहे है लोग

चैनपुर: चैनपुर प्रखंड अंतर्गत जनावल पंचायत के पीवीटीजी ग्राम बॉसटोली विकास के कार्यों से कोसों दूर है इस गांव में 45 घरों में 252 लोग रहते है जो मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं। क्षेत्र में निवास करने वाले आदिम जनजाति बहुल गांव के लोगों को खासा परेशानी झेलनी पड़ रही है।लोग चूंआ, दाढ़ी का दूषित पानी पीने को विवश है। गांव वालों का कहना है कि जल जीवन मिशन के तहत गांव में लगे 4 जल मीनार हाथी का दांत साबित हो रहा है।वहीं नव प्राथमिक विद्यालय बॉसटोली में बच्चों के भोजन पकने के लिए भी आधा किलोमीटर पहाड़ के नीचे से पानी लाने को मजबूर है।

खुले में शौच करने को विवश नव प्राथमिक विद्यालय बॉसटोली के बच्चें 2.jpg वहीं स्थानीय ग्रामीण बीरेंद्र मुंडा ने कहा कि नव प्राथमिक विद्यालय बॉसटोली का निर्माण 2009 में किया गया था। जिसके कुछ सालों के बाद से ही शौचालय खराब हालत में है छात्र खुले में शौच करने के लिए मजबूर है।वही स्कूल में भी मरम्मती की अतिआवश्यकता है बरामदे का छत टूट कर गिर रहा है जिसकी वजह से कभी भी बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। नव प्राथमिक विद्यालय के इन्ही शिक्षकों, बच्चों के माध्यम से पोस्टर व रैली निकालकर लोगों को खुले में शौच नहीं जाने के लिए जागरुक किया जाता है।

शौचालय निर्माण कर नियमित उपयोग करने की नसीयत देने वाले शिक्षक व नौनिहाल ही आज खुले में शौच जाने को मजबूर है। ग्रामीणों का कहना है कि जितने भी जनप्रतिनिधि एवं नेता है वे सिर्फ वोट के टाइम ही गांव आते है फिर उनका इस गांव के विकास से कोई लेना देना नहीं है। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।

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