गम्हरिया में राजद और प्राकृतिक रक्षक संस्था ने मनाई अंबेडकर जयंती, पर्यावरण संरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन
संस्था के संरक्षक ने कहा कि कोल्हान प्रमंडल में किसी भी कीमत पर वन और पर्यावरण को नष्ट नहीं होने दिया जाएगा।

गम्हरिया : बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर आज टाटा-कांड्रा रोड स्थित कोलकाता ग्रैंड होटल सभागार में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय जनता दल (राजद) झारखंड प्रदेश महासचिव एवं प्राकृतिक रक्षक संस्था के संरक्षक अर्जुन प्रसाद यादव और संस्था के अध्यक्ष मृतंजय कुमार के नेतृत्व में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण और श्रद्धांजलि अर्पित कर की गई। इस अवसर पर पर्यावरणीय मुद्दों पर गहन चर्चा की गई और कोल्हान क्षेत्र में तेजी से बिगड़ रहे वन एवं जलवायु संतुलन पर चिंता जताई गई। अर्जुन यादव ने कहा कि कोल्हान प्रमंडल में किसी भी कीमत पर वन और पर्यावरण को नष्ट नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने वन विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर भी सख्त रुख अपनाते हुए रेंजर दिग्विजय सिंह के सेवा विस्तार को रद्द करने की मांग की। साथ ही किसी बेदाग छवि वाले फॉरेस्टर को रेंजर के पद पर पदोन्नत करने की अपील की। प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, वन विभाग के प्रधान सचिव अबु बकर सिद्दीकी, विशेष सचिव राजदीप जान पॉल, संयुक्त सचिव सुनीता कुमारी चौरसिया एवं प्रधान मुख्य वन संरक्षक अशोक कुमार से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कोल्हान क्षेत्र में वन क्षेत्र से 5 किमी के दायरे में स्थित आरा मिलों को हटाने, वनभूमि पर किए गए अवैध कब्जों को मुक्त कराने और इको-सेंसिटिव ज़ोन की रक्षा हेतु ठोस कदम उठाने की मांग की गई। वन विभाग के पदाधिकारियों ने प्रतिनिधिमंडल की सभी मांगों को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि यदि संस्था विभाग को पूर्ण सहयोग देती है तो शीघ्र जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। कार्यक्रम में अनिल कुमार, विजय प्रकाश, मृत्युंजय कुमार, हेमंत वर्मा, पुष्पा सिंह, लक्ष्मी केराई, रामेश्वर सिंह यादव, रामानंद महतो, श्याम सुंदर शाह, श्याम सुंदर मालाकार, सुरेश सिंहा, राजीव यादव, राजकुमार यादव, सियाराम बैठा, पिंटू यादव, ब्रजेश यादव, इंदर सिंह, आशिम महतो, अरुणजय कुमार सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता, राजद के स्थानीय पदाधिकारी एवं पर्यावरण प्रेमी बड़ी संख्या में मौजूद थे।