झारखंड वाटरशेड महोत्सव में सरायकेला-खरसावाँ ने मारी बाजी, दो प्रखंडों को मिला 40 लाख रुपये का राज्य स्तरीय पुरस्कार
जल संरक्षण मॉडल बने सरायकेला और राजनगर, राष्ट्रीय स्तर के अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर मंत्री दिपिका सिंह ने किया सम्मानित

सरायकेला : लोहरदगा के कुडू प्रखंड में आयोजित झारखंड राज्य जलछाजन मिशन के राज्य स्तरीय वाटरशेड महोत्सव में सरायकेला-खरसावाँ जिले ने एक बार फिर अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्रीमती दिपिका पांडेय सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में 20 नवंबर को सरायकेला और राजनगर प्रखंडों की जलछाजन परियोजनाओं को उत्कृष्ट कार्य के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान किया गया। दोनों प्रखंडों को क्रमशः 20-20 लाख रुपये की पुरस्कार राशि मिली जिसे मंत्री ने स्वयं अपने कर-कमलों से सौंपा। यह सम्मान भारत सरकार के वाटरशेड-जन भागीदारी अभियान के अंतर्गत चल रहे राष्ट्रीय कार्यक्रम में उल्लेखनीय उपलब्धि के आधार पर दिया गया। पुरस्कार ग्रहण करने के लिए सरायकेला-खरसावाँ जिले की टीम में उप विकास आयुक्त के मार्गदर्शन में जिला कृषि पदाधिकारी, जलछाजन पदाधिकारी, कर्मी और जलछाजन समिति के सदस्य कार्यक्रम में शामिल हुए। लगभग 100 प्रतिभागियों की मौजूदगी इस महोत्सव की सफल आयोजन का प्रमाण रही। जिले द्वारा लगाए गए विशेष स्टॉल में स्टेगरड कंटूर ट्रेंच, वाटर एब्जॉरब्शन ट्रेंच, तालाब निर्माण, लुज बोल्डर चेक डैम, पौधारोपण और कृषि-बागवानी उत्पादन जैसी गतिविधियों को प्रदर्शित किया गया। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 के तहत संचालित ये पहलें न सिर्फ जल संरक्षण को बढ़ावा दे रही हैं बल्कि क्षेत्र के कृषि उत्पादन, सिंचाई क्षमता और ग्रामीण जीवन स्तर में भी बड़ा सुधार कर रही हैं।