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सावन महोत्सव हमारी संस्कृति और धरोहर का अभिन्न हिस्सा: सुषमा सिंह

रिपोर्ट: VBN News Desk656 दिन पहलेझारखण्ड

अग्रसेन भवन में लेडिस युथ सोसाइटी और अग्रवाल महिला सम्मेलन के तत्वावधान में सावन महोत्सव का हुआ आयोजन

सावन महोत्सव हमारी संस्कृति और धरोहर का अभिन्न हिस्सा: सुषमा सिंह

सुमेधा पांडेय बानी सावन क्वीन

लोहरदगा।

आधुनिकता की दौड़ में आज हम अपनी परंपरा को संरक्षित कर रखें हैं। यही हमारी संस्कृति और धरोहर है। इसे अक्षुण्ण रखने और भावी पीढ़ी को अपनी संस्कृति से अवगत कराने की जरूरत है। जैसे पहले सावन के महीने में झूले लगाए जाते थे। सुहावने मौसम के बीच चौतरफा सावन के गीत सुनाई देते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि अपनी संस्कृति से जुड़े रहने के लिए हमें ऐसे कार्यक्रम का आयोजन करना चाहिए। उक्त बातें जय श्रीराम समिति लोहरदगा की संरक्षिका सुषमा सिंह ने कही। वह लेडिज यूथ सोसाइटी और अखिल भारतीय अग्रवाल महिला सम्मेलन लोहरदगा के तत्वावधान में आयोजित सावन क्वीन प्रतियोगिता, खेलकूद, संगीत कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थीं। महिलाओं की ओर से आयोजित सावन महोत्सव में सभी महिलाएं और युवतियां हरे परिधान में सजी महिलाएं मेहंदी और मांग टिक्के के साथ समारोह स्थल पहुंची थी। हरा रंग प्रेम प्रसन्नता और खुशी का प्रतीक माना जाता है। इस दौरान पूरा समारोह स्थल हरे रंग में रंगा रहा।जहां महिलाओं ने हाउजी प्रतियोगिता और मनोरंजक खेलों में भाग लिया। सावन के गीतों पर जमकर थिरकी। महिलाओं ने सावन के गीतों के साथ समारोह स्थल पर लगे हुए झूले का आनंद उठाया। सावन महोत्सव में हिन्दी, भोजपुरी और राजस्थानी गानों पर झूमी महिलाएं खुब झुमीं। सावन का पावन महीना चल रहा है। यह महीना भोलेनाथ को समर्पित है। इस महीने में अलग-अलग महिला संगठनों के द्वारा सावन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। अग्रसेन भवन में अग्रवाल समाज से जुड़ी सैकड़ों महिलाओं और युवतियों ने हरे रंग के परिधान में सज धजकर गीत- संगीत और नृत्य की प्रस्तुत कर खूब मनोरंजन किया।महिलाओं ने एक-एक करके भोजपुरी से लेकर हिंदी गानों पर धमाल मचाया। वहीं कई महिलाओं ने अपनी मधुर आवाज में एक से बढ़कर एक गीत प्रस्तुत किया।

सावन महोत्सव में महिलाओं ने हैंडीक्राफ स्टाल की प्रदर्शनी भी लगाई। जिसमें शामिल महिलाओं ने खरीदारी भी की।पकवान का भी महिला ने जमकर लुत्फ उठाया।

अग्रवाल महिला सम्मेलन की रश्मि अग्रवाल ने इस मौके पर कहा कि महिलाएं इस भीड़- भाड़ की दुनिया में अपने लिए समय नहीं निकाल पाती हैं। इसलिए सावन ऐसा महोत्सव है, जिसमें एक मंच पर एक जगह पर तमाम महिलाएं एकत्रित होकर इस महोत्सव के रूप में इसे मनाती हैं।कार्यक्रम में वनवासी कल्याण आश्रम की सुमन राय, इंदरा प्रधान, उर्मिला खत्री अंजली अग्रवाल, अंशु खत्री, रीता अग्रवाल,नीति अग्रवाल, नीतू अग्रवाल, सुनीता मिश्रा, कनक अग्रवाल,अनिता अग्रवाल, कनक अग्रवाल, रेणु अग्रवाल समेत बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थीं। सुमेधा पांडेय ने सावन क्वीन प्रतियोगिता जीत लिया।उन्हें आयोजन समिति की ओर से सम्मानित किया गया।

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