झामुमो नेता ओमप्रकाश लायेक पर जमीन कब्जाने और अमीन को नापी से रोकने के गंभीर आरोप
संपत्ति विवाद में महिला ने उपायुक्त से लगाई न्याय की गुहार, बोली - 15 दिन में न्याय न मिला तो करूंगी बड़ा आंदोलन

पीड़िता को पद्मश्री छुटनी महतो और विधायक ने दिया समर्थन
चांडिल : सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल थाना क्षेत्र अंतर्गत कारनीडीह मौजा निवासी महिला खुकी लायक ने अपने भतीजे और पूर्व जिला परिषद सदस्य सह झामुमो नेता ओमप्रकाश लायक पर पुश्तैनी ज़मीन हड़पने और जबरन बेदखल किए जाने का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता खुकी लायक ने उपायुक्त को सौंपे गए लिखित आवेदन में कहा है कि वंशावली में नाम होने के बावजूद उन्हें उनकी पुश्तैनी ज़मीन पर खेती-बाड़ी करने से रोका जा रहा है। खुकी लायक ने बताया कि कारनीडीह स्थित खाता संख्या 07 पर उनका अधिकार है जो उनके परदादा नीलकंठ भुइँया, बैकुंठ भुइँया और रतन भुइँया की पुश्तैनी ज़मीन है। नीलकंठ भुइँया के पुत्र अर्जुन भुइँया की दो बेटियां मिला लायक और खुकी लायक वारिस के तौर पर मौजूद हैं लेकिन उन्हें ज़मीन पर से हटाने की साजिश रची जा रही है। खुकी लायक की बड़ी बहन मिला लायक को भी ज़मीन पर जाने से रोका जा रहा है। पीड़िता के अनुसार चांडिल अंचल कार्यालय में उन्होंने ज़मीन की मापी के लिए आवेदन दिया था लेकिन जब मापी के लिए अधिकारी और अमीन वहां पहुंचे तो आपत्ति कर उन्हें मापी नहीं करने दी गई। इस बाबत अंचल कार्यालय में शिकायत दर्ज कर रिपोर्ट भी जमा की गई है। अपने ऊपर लगे आरोपों को ओमप्रकाश लायक ने पारिवारिक विवाद बताते हुए कहा कि इसे परिवार के भीतर बैठकर सुलझाया जाएगा लेकिन ज़मीन पर किसी भी दावे से पहले तथ्य स्पष्ट होने चाहिए। इस विवाद में पीड़ित परिवार ने पद्मश्री छुटनी महतो से भी मदद की गुहार लगाई है। छुटनी महतो ने कहा कि बेटियों को भी पिता की संपत्ति में बराबर का अधिकार है और यदि खुकी लायक और उनकी बहन को उनका हिस्सा नहीं मिला तो वह उनके साथ संघर्ष में उतरेंगी और हरसंभव साथ देंगी। वहीं झामुमो जिला अध्यक्ष शुभेन्दु महतो ने कहा कि ओमप्रकाश पार्टी के कार्यकर्ता जरूर हैं लेकिन पार्टी किसी को भी पद या सत्ता का दुरुपयोग करने की इजाजत नहीं देती। ईचागढ़ विधायक सविता महतो ने भी इस प्रकरण पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि किसी भी हाल में गरीब महिलाओं की ज़मीन हड़पने की इजाजत नहीं दी जाएगी और इस मामले में न्याय सुनिश्चित किया जाएगा। पीड़िता ने प्रशासन से मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की मांग की है। मामला फिलहाल जांच के दायरे में है लेकिन राजनैतिक हलकों से लेकर सामाजिक मोर्चों तक इस मुद्दे को लेकर प्रतिक्रिया तीव्र होती जा रही है।