खनन क्षेत्र में लैंगिक समानता की नई इबारत, टाटा स्टील ने डीजीएमएस के साथ आयोजित किया वूमन इन माइनिंग कॉन्क्लेव
महिला पेशेवरों की बढ़ती भूमिका पर राष्ट्रीय विमर्श, उद्योग दिग्गजों ने साझा किए अनुभव और विस्तार की रणनीतियाँ

रांची : टाटा स्टील द्वारा डीजीएमएस के सहयोग से आयोजित वूमन इन माइनिंग कॉन्क्लेव में खनन क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी और उद्योग के बदलते स्वरूप पर व्यापक विमर्श हुआ। आज में बदलाव, कल की नई परिभाषा विषय पर आधारित इस आयोजन में डीजीएमएस, टाटा स्टील और देश की अग्रणी खनन कंपनियों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का मुख्य केंद्र हालिया श्रम कानून सुधार रहे जिनके तहत अब महिलाओं को भूमिगत और ओपनकास्ट खदानों में कार्य करने की अनुमति मिल चुकी है। यह बदलाव खनन उद्योग में लैंगिक विविधता को एक नई दिशा प्रदान कर रहा है। कॉन्क्लेव में टाटा स्टील, कोल इंडिया, हिंदुस्तान जिंक, एलएंडटी समेत कई संस्थानों ने महिला कर्मचारियों के लिए अपनाई गई नीतियाँ, सुरक्षा प्रावधान और प्रशिक्षण मॉडल प्रस्तुत किए। पैनल चर्चाओं में महिला नेतृत्व, सुरक्षित कार्यस्थल, जनजातीय-ग्रामीण महिलाओं की सहभागिता और भविष्य के वर्कफोर्स के लिए री-स्किलिंग प्रमुख विषय रहे। कार्यक्रम का समापन सम्मान समारोह और सहयोगात्मक भविष्य की दिशा पर संदेशों के साथ हुआ जिसे उद्योग जगत ने खनन क्षेत्र में समावेशी बदलाव की एक बड़ी पहल बताया।