पलामू पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, छत्तीसगढ़ महादेव बेटिंग एप ऑनलाइन गेमिंग व सट्टा से ठगी के मामले का किया पर्दाफाश
पलामू के हुसैनाबाद में किराए के मकान लेकर ऑनलाइन गेमिंग व सट्टा खेलाने वाले सात अपराधियों को किया गिरफ्तार

मेदिनीनगर (पलामू) : पलामू पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने छत्तीसगढ़ महादेव बेटिंग एप ऑनलाइन गेमिंग व सट्टा से ठगी के मामले का पर्दाफाश किया है। पलामू पुलिस अधीक्षक रिष्मा रमेशन ने गिरफ्तार किए गए सात अपराधियों को प्रेस के सामने प्रस्तुत करते हुए उक्त जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हजारीबाग पुलिस ने उन्हें सूचना दी थी कि रामगढ़ के कुजू क्षेत्र में अयाज आलम नामक व्यक्ति अन्य व्यक्तियों का न्यू अकाउंट खुलवा कर उसे किराए पर ले रहा है। इसका केंद्र हुसैनाबाद क्षेत्र में है। इनपुट मिलते ही उन्होंने हुसैनाबाद सीडीपीओ एस मोहम्मद याकूब के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर कार्रवाई का निर्देश दिया। टीम को मालूम चला कि हुसैनाबाद अनुमंडल के पीछे स्थित अनिल कुमार विश्वकर्मा के मकान में तीन महीना से चार अज्ञात लड़के आ रहे हैं। वे किसी ऑनलाइन गेमिंग व सट्टा के माध्यम से ऑनलाइन गेम का काम कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक के बताया कि मकान की घेराबंदी कर तीसरी तल्ले पर दो कमरों में कुल सात लड़कों को टैब, मोबाइल व लैपटॉप पर काम करते हुए संदिग्ध अवस्था में पकड़ा गया। इनमें 22 वर्षीय छत्तीसगढ़ के भिलाई का रहने वाला राहुल सिंह लोधी, बिहार के औरंगाबाद स्थित दलेल बीघा के सुजीत कुमार विश्वकर्मा, अजीत कुमार विश्वकर्मा, औरंगाबाद क्षेत्र के आजन गांव के रोहित कुमार सिंह को महादेव बेटिंग एप के खेलोयार डॉट साइट नामक गेमिंग साइट का फ्रेंचाइजी141 चला रहे थे। ये सभी महादेव बेटिंग एप के प्रमोटर से एक फ्रेंचाइजी141 के नाम से खरीद किया था। इसमें 6 हजार खिलाड़ी का आईडी को मॉनेटरी करने व कस्टमर के द्वारा खेल खेलने के लिए डिपॉजिट किए गए रूपयों को एक्सेप्ट कर खिलाड़ी के गेम आईडी में खेलने के लिए टोकन मनी देते थे। वे उस रूपयों को सेटल करने व खिलाड़ी के द्वारा रूपयों के विड्रोल रिक्वेस्ट डालने पर खिलाड़ी के अकाउंट में रुपए को डिपॉजिट करते थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ऑनलाइन गेमिंग में प्रतिदिन कस्टमर या खिड़की से 7 से 8 लाख रुपए तक की कमाई की जाती थी। इसमें प्रमोटर्स को 70 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी व एक फ्रेंचाइजी के हिस्से में 30 प्रतिशत राशि मिलती थी। उन्होंने बताया कि पूरे विश्व में अनेक फ्रेंचाइजी काम कर रहे हैं। प्रत्येक फ्रेंचाइजी को पांच से छह हजार कस्टमर या खिलाड़ी के आईडी को मैनेज करने व उनके विड्रोल व डिपॉजिट को मैनेज करके उनके पास से आए रूपयों को प्रमोटर्स के द्वारा दिए गए अकाउंट नंबर में सेटल करने का काम करते थे। इस कार्य में प्रत्येक फ्रेंचाइजी को प्रति महीने करीबन 10 से 15 मूल अकाउंट की आवश्यकता होती थी। उस अकाउंट को रन करने का पूरा पावर फ्रेंचाइजी के पास रखना होता है। ताकि कस्टमर खिलाड़ी के द्वारा विड्रॉल व डिपॉजिट को एक्सेप्ट कर कस्टमर या खिलाड़ी के द्वारा डिपॉजिट रिक्वेस्ट आने पर कस्टमर या खिलाड़ी मूल अकाउंट को डिटेल दे देते थे। ताकि उसमें पैसा डिपॉजिट कर सके। कस्टमर या खिलाड़ी को गेम खेलने के लिए डिपॉजिट किए गए रुपए के बराबर टोकन मनी कस्टमर या खिलाड़ी के गेम आईडी में डाल दिया जाता था। ताकि कस्टमर या खिलाड़ी गेम खेल सके। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि फ्रेंचाइजी के मालिक के द्वारा लड़कों को रखा जाता था । लड़कों द्वारा गांव के कुछ लोगों को पैसे का झांसा देकर उनका आईडी प्रूफ, पासबुक व एटीएम कार्ड इत्यादि इस्तेमाल कर फ्रेंचाइजी के मालिक के द्वारा उपलब्ध कराए गए फर्जी मोबाइल नंबर से लिंक कराकर अकाउंट खोलते थे। साथ ही अकाउंट होल्डर का पांच से छह हजार रुपए देकर पासबुक एटीएम चेक बुक ले लिया जाता था। एक माह तक या एक अकाउंट में 50 से 60 लाख रुपए तक का ट्रांजेक्शन होने पर उस अकाउंट से सारे पैसे को विड्रोल कर पासबुक, एटीएम व चेक बुक अकाउंट होल्डर को वापस कर दिया जाता था । पकड़े गए लड़कों ने बताया कि महादेव बेटिंग एप के खेलोयार डॉट साइट नामक गेमिंग साइट के उनके फ्रेंचाइजी141 में अकाउंट होल्डर लाने का काम पकड़े गए अन्य चार व्यक्ति बिहार के जागेश्वर के कुंदा गांव के जुबेर अंसारी, पतरातू थाना के तलाटांड निवासी अयाज आलम, रांची जिले के तमाड़ थाना के पुंडीदीरी अक्षय कुमार कुंडू व औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना के मुखिया गांव का मुकेंद्र पासवान व अन्य के द्वारा किया जाता था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि महादेव बेटिंग एप के खेलो यार डॉट साइट नमक गेमिंग साइट के फ्रेंचाइजी141 के मास्टरमाइंड सरगना छत्तीसगढ़ राज्य के भिलाई के पेट्रोल पंप के सामने स्थित शेल्वी उर्फ मनीष, बिहार के औरंगाबाद जिले के आजन गांव का राजन कुमार सिंह व प्रवीण भैया नामक व्यक्ति इसके मास्टरमाइंड हैं। महादेव वेटिंग एप के खेलो यार डॉट साइट नामक गेमिंग साइट के उनके फ्रेंचाइजी141 को मॉनिटर करने, रन कर लोगों को लुभावना गेम देकर व बाद में लगातार हराकर उनकी गाढ़ी कमाई को लूटा जा रहा था। छापेमारी के क्रम में उनके पास से महादेव बेटिंग एप के खेलो यार डॉट साइट नामक गेमिंग साइट के उनके फ्रेंचाइजी141 को मॉनिटर करने में इस्तेमाल किए जा रहे लैपटॉप, एक टैब, फर्जी मोबाइल नंबर वाले सिम सहित कूल 15 मोबाइल, विभिन्न बैंकों के मूल बैंक अकाउंट का कूल नौ पासबुक, नौ चेक बुक, नौ एटीएम व महादेव बेटिंग एप के खेलो यार डॉट साइट नामक गेमिंग साइट के उनके फ्रेंचाइजी141 के लिए नेटवर्क हेतु लगाए गए जिओ कंपनी का जिओ फाइबर सेट बरामद किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस संबंध में हुसैनाबाद थाना कांड संख्या 271/2025 दिनांक 01 दिसंबर 2025, धारा 111(2) (b)/ 111 (3)/ 111(4)/ 318(2) 118(3)/ 318(4) 319(2)/ 336 (3)/ 338/3(5)/ 61(2) भारतीय न्याय संहिता 2023 66 सी 66(d) आईटी एक्ट व 11 बंगाल जुआ अधिनियम दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि छापेमारी दल में एसडीपीओ हुसैनाबाद एस मोहम्मद याकूब, हैदरनगर थाना प्रभारी पुलिस अवर निरीक्षक अफजल अंसारी, देवरी ओपी प्रभारी पुलिस अवर निरीक्षक बबलू कुमार, हुसैनाबाद थाना के पुलिस अवर निरीक्षक मुकेश कुमार सिंह, पुलिस अवर निरीक्षक रमन यादव, पुलिस अवर निरीक्षक सौरभ चौबे, पुलिस अवर निरीक्षक नर्वदेश्वर सिंह, आरक्षी रंजन टूटी, आरक्षी सिप्रियन लकड़ा, आरक्षी परमेश्वर महतो, आरक्षी चालक सिकंदर भगत, आरक्षी रमेश कुमार नट, आरक्षी हरेंद्र राम, आरक्षी लाडले हसन, आरक्षी बेंजामिन एक्का, आरक्षी मिथिलेश तिवारी सहित सभी हुसैनाबाद व देवरी पुलिस के सशस्त्र बल व एसडीपीओ के अंगरक्षक शामिल थे।
ऑनलाइन गेम के चक्कर में ना पड़े युवा, ठगाने की है पूरी गारंटी : पुलिस अधीक्षक
मेदिनीनगर : पलामू पुलिस अधीक्षक रिष्मा रमेशन ने पलामू वासियों से अपील करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की ऑनलाइन वेटिंग एप, गेमिंग एप व ऑनलाइन गेमिंग साइट पर जाकर गेम खेलकर अपने मेहनत की गाढ़ी कमाई को लालच में आकर नहीं गवाएं। साथ ही किसी व्यक्ति को अपना पासबुक, एटीएम व चेकबुक किसी भी हाल में नहीं दें। चंद रूपयों के लिए किसी भी व्यक्ति के कहने पर बैंक में अपना अकाउंट नहीं खोलें। गलत काम करने वालों को साथ देने के जुर्म में ऐसे व्यक्ति को जेल जाना भी पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि वे बार-बार पलामू वासियों से आग्रह करती रही हैं कि कभी भी किसी को किराए पर मकान या कमरा देना हो तो उसके पहले संबंधित व्यक्ति का आधार कार्ड लेकर पुलिस से उसका वेरिफिकेशन जरूर कराएं। नहीं तो किसी न किसी दिन बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं।