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तकनीकी साक्ष्य के आधार पर ललीता हत्याकांड का एसआईटी टीम ने किया खुलासा: एसपी

रिपोर्ट: कार्तिक कुमार10 दिन पहलेझारखण्ड

प्रेम प्रसंग में ललिता की हुई हत्या, आरोपी गिरफ्तार

तकनीकी साक्ष्य के आधार पर ललीता हत्याकांड का एसआईटी टीम ने किया खुलासा: एसपी

पाकुड़। तकनीकी साक्ष्य और अन्य साक्ष्यों के आधार पर महेशपुर पुलिस ने 20 वर्षीय ललिता मरांडी की मस्तिष्क विहीन बॉडी की पहचान कर हत्या करने वाले आरोपी विजय हेंब्रम को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। इस बाबत पुलिस अधीक्षक निधि द्विवेदी ने शनिवार को अपने कार्यालय कक्ष में ललिता मरांडी की हत्याकांड का खुलासा करते हुए प्रेस मीट कर जानकारी दी।

बताया कि 2 सितंबर को महेशपुर थाना क्षेत्र के स्थानीय चौकीदार के माध्यम से थाने को सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र के बुधारपोखर कैनाल से करीब 50 मीटर की दूरी पर नाला में एक सड़ी, गली मस्तिष्क विहीन अवस्था में बॉडी पानी के नाले में पड़ी हुई है। उक्त घटना की सत्यापन कराई गई।

एसपी ने बताया कि महेशपुर के थानेदार ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल की तो देखा कि एक अज्ञात महिला का छिप ,विछिप्त अवस्था में बॉडी पड़ा हुआ है, जो मस्तिष्क विहीन भी है। स्थानीय चौकीदार और आसपास के लोगों से पहचान कराया गया तो किसी ने भी पहचान नहीं की। इसके बाद उक्त बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया, फिर वहां से चिकित्सकों ने दुमका स्थित मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के लिए भेजा। एसपी ने बताया कि उक्त घटना को लेकर 2 सितंबर को महेशपुर थाने में कांड संख्या 148 / 25 दर्ज कर ली गई। एसडीपीओ महेशपुर के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम गठित कर जांच पड़ताल शुरू की गई।

जांच के क्रम में पाया गया कि बुधारपोखर गांव से एक गुमशुदगी के संबंध में एक रिपोर्ट 23 अगस्त को थाने में दी गई थी। एसआईटी टीम ने इस गुमशुदकी की रिपोर्ट की कड़ी को इस हत्याकांड से जोड़कर प्राप्त तकनीकी साक्ष्य के आधार पर जांच करना शुरू किया तो बॉडी की पहचान ललिता मरांडी 20 वर्ष के रूप में की गई। जांच और तमाम जुटाए गए साक्ष्य के आधार पर 5 सितंबर को एक युवक विजय हेंब्रम जो बुधार पोखर का रहने वाला है को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के बाद बात सामने आई की विजय हेंब्रम और ललिता मरांडी के बीच पहले से प्रेम प्रसंग चल रहा था। लेकिन ललिता शादी के लिए तैयार नहीं थी। इसी बात से नाराज अभियुक्त विजय हेंब्रम ने 18 अगस्त को जन्माष्टमी के नाम पर उसे बुलाकर रात में नहर के किनारे ले जाकर सर पर हमला कर गला दबाकर हत्या कर दी और बॉडी को नहर के नीचे नाले में फेंक दिया था। बॉडी की बरामदगी 2 सितंबर को हुई थी। जांच के दौरान पूरे मामले का पुलिस के समक्ष आरोपी विजय हेंब्रम ने स्वीकार किया।

मृतका का ओपो मोबाइल फोन भी विजय के निशानदेही पर बरामद किया गया है। इस कांड में आगे और भी साक्ष्य जुटाने के लिए वैज्ञानिक एवं तकनीकी जांच की जा रही है। एसपी ने बताया कि अभियुक्त के पास ललिता के ओप्पो कंपनी का मोबाइल बरामद किया गया और उसका भी रियल कंपनी का मोबाइल उसके पास से छापामारी टीम ने बरामद की है। इस कांड के उद्वेदन करने में छापेमारी टीम में एसडीपीओ महेशपुर विजय कुमार, थाना प्रभारी महेशपुर रवि शर्मा, सब इंस्पेक्टर दीपक कुमार, अजय कुमार महतो, आरक्षी अभिजीत राज, प्रीतम शामिल थे।

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