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लाभुक को पता ही नहीं, वगैर कुआं खोदे बिचौलियों ने निकाल ली राशि

रिपोर्ट: Shailendra Tiwary26 दिन पहलेझारखण्ड

तरहसी प्रखंड के मिसिर पतरा गांव का मामला

लाभुक को पता ही नहीं, वगैर कुआं खोदे बिचौलियों ने निकाल ली राशि

1.52 लाख रुपए का हुई फर्जी निकासी

तरहसी (पलामू) : पलामू जिले के तरहसी प्रखंड के तरहसी पंचायत अंतर्गत मिसिर पतरा गांव मनरेगा से स्वीकृत सिंचाई कूप का निर्माण कार्य कराए वगैर मनरेगा कर्मियों व बिचौलियों की मिलीभगत से 1 लाख 52 हजार 552 रुपए की फर्जी निकासी कर ली गई है। रोजगार सेवक, पंचायत सचिव, मुखिया व मनरेगा कर्मियों की मिलीभगत से अनियमितता बरती गई है। मिसिर पतरा गांव निवासी पप्पू यादव ने इस संबंध में तरहसी बीडीओ, पलामू डीडीसी व पलामू डीसी को लिखित आवेदन देकर मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। पप्पू यादव ने बताया कि रोजगार सेवक रविंद्र कुमार बिचौलियों की मिलीभगत से उनके नाम पर बिरसा सिंचाई कूप निर्माण योजना स्वीकृत कराकर वगैर कुआं की खुदाई कराए ही एक लाख 52 हजार 552 रुपए फर्जी निकासी कर ली है। पप्पू ने बताया कि उनके नाम से योजना कब स्वीकृत हुई, जानकारी नहीं है। किसी दूसरे व्यक्ति से पता चला कि उनके नाम पर मनरेगा योजना से बिरसा सिंचाई कूप निर्माण स्वीकृत कराकर पैसा की अवैध निकासी कर ली गई है। ऑनलाइन जांच किया तो पता चला कि उनके नाम पर योजना स्वीकृत है। 1 लाख 52 हजार 552 रुपए की अवैध निकासी भी कर ली गई है। पप्पू ने बताया कि उन्हें सिंचाई कूप निर्माण के बारे में कोई जानकारी नहीं है।उनके खेत में कोई भी काम नहीं हुआ है। पप्पू यादव ने आरोप लगाया है कि फर्जी तरीके से योजना स्वीकृत कराकर अवैध तरीके से राशि की निकासी कर पैसे की बंदरबांट कर ली गई है। इसमें तरहसी पंचायत के मुखिया, रोजगार सेवक, पंचायत सचिव व मनरेगा के बीपीओ की अहम भूमिका है। सबसे दिलचस्प बात है कि सिंचाई कूप निर्माण की राशि जिन मनरेगा मजदूरों के खाते में भुगतान किया गया है, उन मजदूरों को भी इसकी कोई जानकारी नहीं है, बावजूद राशि निकाल ली गई है। इसमें संगीता देवी, मदन यादव, मीना देवी, सुनीता देवी, मानो देवी, अनिल साव, रंजीत कुमार, सकेंद्र कुमार यादव, हरिहर यादव, ओमती देवी, निक्की देवी, सुनील कुमार साव, विनीता देवी, लीलावती देवी, सुरेंद्र राम, विनोद साव को कुआं में काम करते दिखाया गया है। इन सभी मनरेगा मजदूरों के खाते में मजदूरी भुगतान भी किया गया है। कुआं निर्माण में जिन लोगों के नाम मास्टर रोल बनाकर राशि भुगतान किया गया है, उनमें कोई व्यक्ति काम नहीं किया है। जिनके खाते में कूप निर्माण की राशि भुगतान किया गया है, उन लोगों का कहना है कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है। किसी के कूप निर्माण में कोई काम नहीं किया है। पीएम किसान की राशि खाते में डलवाने की बात कह रोजगार सेवक रविंद्र कुमार सभी लोगों से खाते से पैसा निकलवा कर लें लिया है।

मुखिया, रोजगार सेवक, पंचायत सचिव और बीपीओ की भूमिका अहम

पप्पू यादव ने अधिकारियों को आवेदन देकर तरहसी पंचायत के मुखिया, रोजगार सेवक, पंचायत सचिव व बीपीओ की भूमिका को अहम बताया है। बताया कि इन सभी की मिलीभगत से वगैर कुआं खोदाई किए ही अवैध तरीके से राशि की निकासी की गई है। इस तरह का पंचायत में सिर्फ एक ही मामला नहीं है। यदि उच्च स्तरीय जांच होती हैं तो कई ऐसे मामले चौकाने वाले खुलासे होंगे। पहले भी मनरेगा योजना में फर्जी राशि निकासी करने का मामला सामने आ चुका है। लेकिन मनरेगा बीपीओ दीपक कुमार जांच के नाम पर दोषी लोगों से मोटी रकम वसूलने के बाद मामले को रफादफा कर देते हैं। इसके कारण पंचायत में मनरेगा योजना में बड़े पैमाने पर कानून को दरकिनार कर अनियमितता बरती जा रही है। किसी को कोई डर नहीं है। मिसिर पतरा गांव के लोगों का कहना है कि इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो सड़क पर उतर उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।

जांच के बाद होगी कार्रवाई : बीपीओ

बीपीओ दीपक कुमार ने दूरभाष पर बताया कि उन्हें आवेदन मिला है। इसकी जांच की जाएगी। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मनरेगा योजना में अनियमितता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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