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पलामू इप्टा द्वारा स्थापना दिवस को जन संस्कृत दिवस के रूप में मनाया गया

रिपोर्ट: Prem Prakash21 दिन पहलेझारखण्ड

इप्टा के बाल कलाकारों के द्वारा सबसे सस्ता गोश्त नाटक किया गया प्रस्तुत

पलामू इप्टा द्वारा स्थापना दिवस को जन संस्कृत दिवस के रूप में मनाया गया

आयोजित समस्त कार्यक्रम रंगकर्मी यशवंत वासनिक को किया गया समर्पित

पलामू के गिरते जल स्तर व जल के महत्व को कलाकारों ने रेखाओं के माध्यम से कागज पर उकेरा

इप्टा के बाल कलाकारों के द्वारा सबसे सस्ता गोश्त नाटक किया गया प्रस्तुत

मेदिनीनगर : इप्टा पलामू इकाई के द्वारा 81वें स्थापना दिवस को जन संस्कृत दिवस के रूप में मनाया गया। यह सर्वविदित है कि इप्टा की स्थापना 25 में 1943 को हुई थी। इप्टा द्वारा संचालित पाठशाला गतिविधियों के दौरान 42 वीं कड़ी में जन संस्कृत दिवस मनाया जाने की तैयारी को लेकर 10 दिवसीय 15 मई से 24 मई तक बाल नाट्य कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में सौरभ रंजन, मनीषा कुमारी, अंजली कुमारी, रेणु कुमारी, करिश्मा एक्का, सलोनी कुमारी, खुशी कुमारी, रिया कुमारी, सलमान हव्वारी, छोटू कुमार एवं अनुभव मिश्रा ने भाग लिया। कार्यशाला के दौरान नाट्य प्रस्तुति के आवश्यक तत्व पर चर्चा करते हुए असगर वजाहत द्वारा लिखित नाटक सबसे सस्ता गोश्त तैयार किया गया। साथ ही दो गीत भी तैयार किए 9.jpg

जन संस्कृत दिवस के मौके पर 25 मई को शाम में स्थानीय कोयल नदी के तट पर स्थित मरीन ड्राइव पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम रायपुर इप्टा रंगकर्मी यशवंत वासनिक को समर्पित किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के प्रारंभ में मिशन समृद्धि के अध्यक्ष शीला श्रीवास्तव, प्रतिष्ठित व्यवसायी नवल तुलस्यान, इप्टा पलामू के अध्यक्ष प्रेम भसीन, कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश सिंह एवं प्रगतिशील लेखक संघ के अध्यक्ष पंकज श्रीवास्तव ने सामूहिक रूप से इप्टा का गौरवशाली झंडा ध्वजारोहण किया गया। इसके बाद इप्टा पलामू के कलाकारों ने अपनी पहचान गीत अइल नगाड़ा ले के इप्टा मैदान में प्रस्तुत किया। 11.jpg

इसके बाद अंशु आर्ट के कला गुरु आशा शर्मा के नेतृत्व में लाइव पेंटिंग जैम की शुरुआत हुई। पेंटिंग में भाग ले रहे कलाकारों के बीच पलामू के गिरते जल स्तर को देखते हुए पानी विषय को रखा गया था। कलाकारों ने अपने लकीरों के माध्यम से जल के महत्व और उजड़ते पर्यावरण का जल स्तर पर प्रभाव को दिखाया। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले कलाकारों में शामिल थे पीयूष कुमार, आदया मन्नत, अनन्या कुमारी,अतुल्य पांडे, समृद्धि कुमारी, अनन्या अग्रवाल, कुलसुम नवाज, अद्विक, भावेश प्रकाश, अस्तित्व, अर्जुन गुप्ता, मानवी सोनी, भाव्या कुमारी, आराध्या पांडे। 10.jpg

लाइव पेंटिंग जैम के दौरान आकाशवाणी उद्घोषिका शालिनी श्रीवास्तव एवं इप्टा के रंगकर्मियों ने गीतों की प्रस्तुति कर कार्यक्रम को संगीतमय बना दिया। इसके बाद नाट्य कार्यशाला में तैयार की गई इप्टा की नई बाल टीम के द्वारा नाटक सबसे सस्ता गोश्त की पहली प्रस्तुति की गई। इस नाटक के माध्यम से वर्तमान दौर में राजनीति के द्वारा साझी संस्कृति को बर्बाद करने की साजिश का पर्दाफाश किया गया। साथ ही दशकों से अपील की गई कि धर्म के नाम पर इंसानों को मत बांटो। कार्यक्रम के अंत में सभी कलाकारों ने सामूहिक रूप से कामयाबी गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन इप्टा के जिला सचिव रवि शंकर ने किया। ज्ञान विज्ञान समिति के प्रांतीय अध्यक्ष शिव शंकर प्रसाद ने धन्यवाद प्रेषित करते हुए इप्टा के गौरवशाली संघर्ष को प्रस्तुत किया। संगीत प्रस्तुत करने वाले रंगकर्मियों में शालिनी श्रीवास्तव, धीरेंद्र कुमार, संजीत दुबे, शशि पांडे, संजीव कुमार संजू, अजीत कुमार, भूपेश कुमार शर्मा, अनुभव मिश्रा सहित नवीन बाल टीम के कलाकार शामिल थे। इस मौके पर विशेष रूप से मिशन समृद्धि के वैजयंती गुप्ता, अहिल्या गिरी, वीणा, संध्या शेखर, दो देव प्रकाश गिरी, शैलेंद्र सिंह, सुबह की धूप के अनिता कुमारी, प्रगतिशील लेखक संघ के नुदरत नवाज, इप्टा के उपेंद्र कुमार मिश्रा, अब्दुल बासित नवाज, मृदुल मिश्रा, अभय मिश्रा, राजीव रंजन, अख्तर आर्यन, नेशाद आलम, लालजी कार्यक्रम में भाग ले रहे सभी बच्चों के अभिभावक सहित अन्य लोग काफी संख्या में उपस्थित थे।

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