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झिमड़ी गांव में शिक्षक आवास निर्माण शानदार, लेकिन विद्यालय भवन और छात्रावास की हालत खस्ता, ग्रामीणों ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग

रिपोर्ट: VBN News Desk6 दिन पहलेझारखण्ड

हर आवास यूनिट में दो कमरे, एक हॉल, रसोईघर और शौचालय की सुविधा दी जा रही है।

झिमड़ी गांव में शिक्षक आवास निर्माण शानदार, लेकिन विद्यालय भवन और छात्रावास की हालत खस्ता, ग्रामीणों ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग

नीमडीह (सागर गोप) : प्रखंड के आदर्श गांव झिमड़ी में स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) के शिक्षकों के लिए सात करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक और टिकाऊ शिक्षक आवास का निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा है। यह परियोजना भारत इंजीनियरिंग वर्क्स, रांची द्वारा सीपीडब्ल्यूडी के ईएमआरएस टाइप-3 प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है। निर्माण अभियंता मनीष कुमार ने जानकारी दी कि प्राक्कलन के अनुरूप उच्च गुणवत्ता युक्त निर्माण किया जा रहा है जिससे यह आवास लंबे समय तक टिकाऊ और सुविधाजनक बना रहे। हर आवास यूनिट में दो कमरे, एक हॉल, रसोईघर और शौचालय की सुविधा दी जा रही है। हालांकि जहां एक ओर शिक्षक आवास का कार्य सराहनीय बताया जा रहा है वहीं दूसरी ओर विद्यालय भवन और छात्रावास की हालत अत्यंत दयनीय बताई जा रही है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि विद्यालय भवन और छात्रावास निम्न गुणवत्ता से बनाए गए हैं, दीवारों में सैकड़ों दरारें पड़ चुकी हैं जिससे यह कभी भी ढह सकता है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि भवन की खामियों को छुपाने के लिए बार-बार सीमेंट से लीपापोती और रंगाई-पुताई की जा रही है लेकिन मूल निर्माण की खराबी जस की तस बनी हुई है। नामांकन शुरू होने से पहले ही भवन खस्ताहाल है जिससे बच्चों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा होता है। ग्रामीणों की मांग है कि विद्यालय भवन और छात्रावास की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए, दोषी संवेदक और अभियंता पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए तथा बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भवन की मजबूती सुनिश्चित की जाए। यह मामला अब शिक्षा विभाग और प्रशासन के लिए एक चुनौती बन गया है। यदि समय रहते उचित कार्रवाई नहीं की गई तो यह एक बड़े हादसे का कारण बन सकता है।

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