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धर्म से परे आस्था की मिसाल, मोतिहारी जेल में तीन मुस्लिम महिला बंदियां कर रहीं छठ व्रत

रिपोर्ट: VBN News Desk5 घंटे पहलेबिहार

जेल की दीवारों के भीतर भी भक्ति का दीप, 130 बंदियों सहित खुशबू तारा, नाजनी और शबनम निभा रहीं छठ की परंपरा, जेल प्रशासन ने कराया घाट निर्माण, व्रतियों को दी पूजन सामग्री

धर्म से परे आस्था की मिसाल, मोतिहारी जेल में तीन मुस्लिम महिला बंदियां कर रहीं छठ व्रत

मोतिहारी : लोक आस्था और प्रकृति उपासना के महापर्व छठ पूजा की छटा अब जेल की दीवारों के भीतर भी बिखर रही है। मोतिहारी सेंट्रल जेल में बंद करीब 3,600 बंदियों में से 130 बंदी जिनमें तीन मुस्लिम महिला बंदी भी शामिल हैं पूरे विधि-विधान और श्रद्धा के साथ छठ व्रत कर रहे हैं। जेल परिसर में बनाए गए छठ घाट की साफ-सफाई और सजावट पूरी कर ली गई है। चार दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन सभी व्रती खरना पूजा करेंगे, जिसके लिए आटा, दूध, चावल, गुड़ और केले के पत्ते की व्यवस्था की गई है। शाम होते ही व्रती कैदी छठी माता के स्वागत में नवेद निकाल कर आस्था व्यक्त करेंगे। महिला वार्ड छठ गीतों से गूंज रहा है। खास बात यह है कि तीन मुस्लिम महिला बंदी खुशबू तारा, नाजनी खातून और शबनम खातून भी पूरे समर्पण के साथ छठ व्रत कर रही हैं। सजायाफ्ता खुशबू तारा पिछले आठ वर्षों से जेल में हैं और अपने पौत्र के दीर्घायु जीवन के लिए हर साल छठ करती हैं। कारा अधीक्षक विजय कुमार अरोड़ा ने बताया कि सभी व्रतियों के बीच वस्त्र और पूजन सामग्री का वितरण कर दिया गया है। जेल प्रशासन ने छठ घाट का निर्माण, जल व्यवस्था और सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित किए हैं ताकि सभी व्रती बंदी शांति और पवित्रता के साथ इस महापर्व को पूरा कर सकें। छठ पूजा के दौरान जेल परिसर श्रद्धा, भक्ति और मानवता की अनूठी मिसाल बन गया है जहां दीवारों के भीतर भी आस्था की रोशनी जगमगा रही है।

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