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भारत को सुपर पावर बनाने के लिए पलामू के हर घर से तैयार कराएंगे वैज्ञानिक : आरती आनंद

रिपोर्ट: VBN News Desk4 घंटे पहलेझारखण्ड

देवम इंस्टिट्यूट ऑफ़ एजुकेशन 20 नवंबर से 22 जनवरी तक हर स्कूल में लगाएगा वर्कशॉप : प्रवीण दुबे

भारत को सुपर पावर बनाने के लिए पलामू के हर घर से तैयार कराएंगे वैज्ञानिक : आरती आनंद

मेदिनीनगर (पलामू) : पलामू के बच्चे अब वैज्ञानिक बनकर मिसाइल, सेटेलाईट, राकेट व ड्रोन बनाएंगे। भारत सरकार इसरो के माध्यम से देश के हर क्षेत्र से वैज्ञानिक पैदा करने के लिए स्कूल के माध्यम से कार्य कर रही है। इसके तहत प्रत्येक स्कूल में दो दिवसीय वर्कशॉप लगाया जाएगा। उक्त बातें इसरो के डॉक्टर कमल ने कही। वे गुरुवार को देवम इंस्टीट्यूट आफ एजुकेशन संस्थान में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि बच्चों को विज्ञान व वैज्ञानिक के बारे में जागरुक करते हुए रॉकेट, ड्रोन, सैटेलाइट व ह्यूमन सेफ्टी के नए-नए खोज करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। ‌ उन्होंने कहा कि इसरो के गाइडलाइंस के अनुसार झारखंड के पलामू स्थित देवम इंस्टीट्यूट आफ एजुकेशन संस्थान में रिसर्च सेंटर खोला गया है। बच्चों को इसरो के गाइडलाइन में प्रशिक्षण दिया जाएगा।

मौके पर अंतरिक्ष ज्ञान केंद्र के प्रोजेक्ट हेड आरती आनंद ने कहा कि भारत को सुपर पावर बनाने के लिए पलामू के हर घर से वैज्ञानिक तैयार कराएंगे।प्रत्येक स्कूल के बच्चे को साइंटिस्ट बनना व हर घर में कलाम व कलम की सोच आए इसके लिए प्रत्येक स्कूल में दो दिवसीय वर्कशॉप लगाया जाएगा। इसमें बच्चों को मिसाइल, सेटेलाईट, राकेट व ड्रोन से संबंधित जानकारी दी जाएगी व निर्माण भी कराया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक बच्चे 300 में रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।

मौके पर देवम इंस्टिट्यूट ऑफ़ एजुकेशन के निदेशक सह अंतरिक्ष ज्ञान केंद्र के प्रोजेक्ट हेड प्रवीण दुबे ने कहा कि पलामू के प्रत्येक स्कूल में भारत सरकार के तत्वावधान व इसरो के सहयोग से 20 नवंबर से 22 जनवरी तक दो दिवसीय वर्कशॉप लगाया जाएगा। इसमें बच्चों को मिसाइल, सेटेलाईट, राकेट व ड्रोन आदि की जानकारी दी जाएगी। साथ ही बच्चों के हाथों रॉकेट व मिसाइल तैयार कराया जाएगा। कहा कि भारत की तरक्की के लिए वैज्ञानिकों की जरूरत है। बच्चों को विज्ञान से खेलने

साथ ही साइंस फोबिया को खत्म करेंगे। कहा कि देश को डॉक्टर, आईएएस, आईपीएस व इंजीनियर की जरूरत है। लेकिन उससे ज्यादा जरूरत वैज्ञानिकों की है। सभी स्कूलों में दो दिवसीय वर्कशाप के बाद पूरे 363 दिन देवम इंस्टिट्यूट ऑफ़ एजुकेशन संस्थान के अंतरिक्ष ज्ञान केंद्र में वर्कशॉप चलता रहेगा। पूरे एक हजार की फी में बच्चों को मिसाइल, राकेट व ड्रोन बनाने सहित उसे उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। सबसे बड़ी बात वैज्ञानिक बनने की सोच पैदा की जाएगी। मौके पर इसरो के डॉक्टर कमल ने रॉकेट लॉन्च कर उपस्थित लोगों के जिज्ञासा को शांत किया।

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