अपर समाहर्ता शशिंद्र कुमार बड़ाईक ने चैनपुर में किया औचक निरीक्षण
गतिविधियों की जानकारी ली और कई जरूरी निर्देश भी दिए।

चैनपुर-: चैनपुर में बुधवार को अपर समाहर्ता शशिंद्र कुमार बड़ाईक ने राजकीयकृत बालक मध्य विद्यालय, जन वितरण प्रणाली (पीडीएस) दुकान, आयुष्मान आरोग्य मंदिर डहुडड़गांव एवं मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र डहुडड़गांव का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों और संचालकों को कई जरूरी दिशा-निर्देश दिए। अपर समाहर्ता ने सबसे पहले राजकीय कृत बालक मध्य विद्यालय का निरीक्षण किया,इस दौरान उन्होंने प्रभारी प्रधानाध्यापिका नैंसी निर्मला बखला से स्कूल में उपस्थित अध्यापकों एवं क्लास वार बच्चों की उपस्थिति पंजी जांच की।
साथ ही स्कूल ड्रॉप आउट बच्चों, छात्रवृत्ति और साइकिल वितरण की विस्तृत जानकारी ली।और उन्होंने छात्र-छात्राओं से संवाद भी किया । इसके बाद उन्होंने विद्यालय के समीप स्थित जन वितरण प्रणाली दुकान का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने सभी जरूरी दस्तावेजों की जांच की, गोदाम में संग्रहित खाद्यान्न का निरीक्षण किया तथा संचालक से विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने पूछा कि इस माह कितने लाभुकों को राशन वितरण किया जा चुका है, कितनों को बाकी है और कितनों का ई-केवाईसी पूर्ण हो चुका है।
निरीक्षण क्रम में अपर समाहर्ता डहुडड़गांव स्थिति आयुष्मान आरोग्य मंदिर भी पहुंचे जहां कर्मी उपस्थित पाए गए। साथ ही उन्होंने अपना बीपी जॉच कराया उन्होंने उपस्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर के कर्मियों से बातचीत की बातचीत के दौरान उन्होंने टीकाकरण, ओपीडी, गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, बच्चों व वृद्ध लोगों की स्वास्थ्य जांच, दवाईयों का रखरखाव तथा स्वास्थ्य केंद्र की आधारभूत संरचना का अवलोकन कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये।साथ ही मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र डहुडड़गांव भी पहुंचे। वहां उन्होंने केंद्र में बिजली,पानी, शौचालय की व्यवस्था,बच्चों की उपस्थिति, साफ-सफाई तथा सेविका द्वारा बच्चों को दी जानेवाली समावेशी शिक्षा और उसके लिए की जा रही गतिविधियों की जानकारी ली और कई जरूरी निर्देश भी दिए।
इस दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) यादव बैठा भी उपस्थित रहे और निरीक्षण कार्यों में सहयोग किया।औचक निरीक्षण के दौरान अधिकारियों की सक्रियता से विद्यालय, पीडीएस दुकान और आंगनबाड़ी केंद्रों में हलचल देखी गई। अपर समाहर्ता ने स्पष्ट कहा कि योजनाओं का लाभ शत-प्रतिशत पात्र लाभुकों तक पहुंचे, इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।