ग्रामीण इलाके की आदिवासी महिलाएं मुर्गी पालन कर बनी आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर
बेल्डीहा गांव में दुलारश किस्कू सखी मंडल से जुड़कर हार्डिंग सेंटर से अब तक लाखों रुपए तक का सफर कर चुकी है ।

अजय कुमार हिरणपुर। महिला सशक्तिकरण की दिशा में ग्रामीण विकास विभाग पलाश जेएसएलपीएस द्वारा संचालित आजीविका संसाधन केंद्र हिरणपुर ने एक और अहम कदम उठाया है। आजीविका संसाधन केंद्र के प्रयास से हिरणपुर प्रखंड में संचालित सखी मंडल से जुड़ी ग्रामीण आदिवासी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक नई पहल की गई है।
आदिवासी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु पंचायत स्तर पर हार्डिंग सेंटर केंद्र की शुरुआत की गई है। यह पहल न केवल महिलाओं को स्वरोजगार उपलब्ध करा रहा बल्कि उन्हें आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता से सशक्त और समृद्ध बना रहा है। इस पहल के तहत हिरणपुर प्रखंड अंतर्गत 14 पंचायत में जेएसएलपीएस की ओर से सखी मंडल की दीदियों को हार्डिंग सेंटर से अपनी आजीविका को बेहतर करने हेतु प्रशिक्षण के साथ-साथ मुर्गी, चूज़ा, दाना, दवाई उपलब्ध के साथ ही उन्हें आवश्यक संसाधन, तकनीकी सहायता और विपणन सहयोग उपलब्ध कराया गया है।
जिससे वे अपनी आय में वृद्धि कर सकें और आर्थिक रूप से सशक्त बनें। यह पहल केवल रोजगार तक सीमित नहीं है बल्कि यह महिलाओं के आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता को भी बढ़ावा दे रही है। जिले में हिरणपुर प्रखंड की दीदियों ने इस पहल पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि अब उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने का सुनहरा अवसर मिला है। उन्होंने जिला प्रशासन व पलाश जेएसएलपीएस के प्रति आभार जताते हुए कहा कि वे मेहनत और एकता के साथ इस पहल को सफल बनाएंगी। ग्रामीण आदिवासी महिलाओं को प्रशिक्षण, संसाधन और बाजार से जोड़ते हुए स्वरोजगार की दिशा में ठोस कदम उठाया गया है। हिरणपुर प्रखंड में शुरू हुई यह पहल निश्चित रूप से महिला सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी और ‘लखपति दीदी’ जैसी योजनाओं की नींव रखेगी।
बेल्डीहा गांव में दुलारश किस्कू सखी मंडल से जुड़कर हार्डिंग सेंटर से अब तक लाखों रुपए तक का सफर कर चुकी है ।अब मुर्गियों को बड़ा करके बाजार में बेचती है जिससे उन्हें अच्छा फायदा हो रहा है।
हिरणपुर प्रखंड की दुलारास जैसे सैकड़ों आदिवासी महिलाएं सखी मंडल से जुड़कर मुर्गी पालन कर आत्मनिर्भरता की और कदम बढ़ाई है जो प्रशंसनीय है।पलाश जेएसएलपीएस की पहल धरातल में दिख रही है।