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कुलपति ने छात्रों का रक्त समूह डेटा तैयार करने और डिजिटल शिक्षा पर दिया जोर, शिक्षकों की कमी को डिजिटल माध्यम से पूरा करने का सुझाव

रिपोर्ट: Alok Sinha1 दिन पहलेझारखण्ड

कुलपति ने कहा कि शोध और शिक्षा को गुणवत्ता आधारित बनाने की आवश्यकता है।

कुलपति ने छात्रों का रक्त समूह डेटा तैयार करने और डिजिटल शिक्षा पर दिया जोर, शिक्षकों की कमी को डिजिटल माध्यम से पूरा करने का सुझाव

कोडरमा : विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के कुलपति पवन कुमार पोद्दार ने जगन्नाथ जैन महाविद्यालय में मीडिया से बातचीत के दौरान कई अहम मुद्दों पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि कोडरमा, हजारीबाग, गिरिडीह, रामगढ़, और चतरा के सभी कॉलेज प्राचार्यों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने कॉलेजों के छात्रों का रक्त समूह डेटा तैयार करें। इसका उद्देश्य आपात स्थिति में रक्त की आवश्यकता होने पर समय पर सहायता उपलब्ध कराना है।

शिक्षकों की कमी को डिजिटल माध्यम से पूरा करने का सुझाव

कुलपति पोद्दार ने कॉलेजों में शिक्षकों की कमी का जिक्र करते हुए कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए डिजिटल तकनीक का सहारा लिया जा सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि डिजिटल बोर्ड का उपयोग कर, जहां शिक्षक उपलब्ध हैं, वहां से दूरस्थ कॉलेजों में ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जा सकती हैं। यह पहल बेस्ट प्रैक्टिसेस के तहत आएगी, जो एनएएसी मान्यता प्राप्त करने के लिए भी सहायक होगी।

शोध और शिक्षा में गुणवत्ता का आह्वान

कुलपति ने कहा कि शोध और शिक्षा को गुणवत्ता आधारित बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने नाममात्र की पढ़ाई को व्यर्थ बताते हुए जोर दिया कि नई शिक्षा नीति का उद्देश्य छात्रों का समग्र विकास करना है। इसमें खेल, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और शारीरिक विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है।

"विश्व गुरु मलखम योगा" का प्रदर्शन

उन्होंने जानकारी दी कि आगामी 24 जनवरी को "विश्व गुरु मलखम योगा" का प्रदर्शन किया जाएगा, जो नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों के समग्र विकास को प्रदर्शित करने का एक प्रयास होगा।

जे.जे. कॉलेज की संबद्धता और शिक्षकों की भर्ती

कुलपति ने जे.जे. कॉलेज की संबद्धता के मुद्दे पर कहा कि कॉलेज का जुड़ाव गिरिडीह विश्वविद्यालय से हो रहा है। हालांकि, स्थानीय जनप्रतिनिधियों को सरकार के समक्ष विनोबा भावे विश्वविद्यालय से संबद्धता का तर्क रखना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और आवश्यकता के अनुसार नियुक्तियां की जाएंगी। कुलपति पोद्दार ने कहा कि हाल ही में प्राचार्यों की बैठक में गुणवत्ता शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए चर्चा हुई है। विश्वविद्यालय शिक्षा और शोध को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।

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