ताज़ा-ख़बर

इंचागढ़ विधानसभा में अफीम की खेती पर कड़ा प्रहार, पुलिस की सतत निगरानी और ड्रोन सर्वे से खिल रही हरियाली

रिपोर्ट: MANISH 10 घंटे पहलेझारखण्ड

एसपी मुकेश लुणायत के निर्देशन में इंचागढ़ पुलिस का मिशन सफल, अवैध खेती के स्थान पर अब धान, दलहन और सब्जियों की फसलें लहरा रहीं

इंचागढ़ विधानसभा में अफीम की खेती पर कड़ा प्रहार, पुलिस की सतत निगरानी और ड्रोन सर्वे से खिल रही हरियाली

सरायकेला-खरसावां : इंचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में सरायकेला-खरसावां जिला पुलिस ने अफीम की अवैध खेती पर नकेल कसते हुए इसे समाप्त करने की दिशा में बड़ी सफलता हासिल की है। इंचागढ़ थाना प्रभारी विक्रमादित्य पांडे के नेतृत्व में पुलिस लगातार एक्शन मोड में रहते हुए मातकमडीह, उदल, काड़का, बुरुहातू और आसपास के जंगल-पहाड़ी इलाकों में गश्त और छापेमारी कर रही है। यह अभियान केवल कार्रवाई तक सीमित नहीं बल्कि ग्रामीण जागरूकता और सामाजिक सहभागिता का उत्कृष्ट उदाहरण बन गया है। पुलिस ने मानकी-मुंडा, ग्राम प्रधान और मुखियाओं को साथ लेकर ग्रामीणों को अफीम की खेती के दुष्परिणाम बताए जिसके बाद स्थानीय लोग स्वयं अवैध खेती छोड़ पारंपरिक खेती की ओर लौट रहे हैं। आज इन क्षेत्रों में धान, दलहन, सब्जी और सरसों की हरियाली लहरा रही है। वहीं एसपी मुकेश लुणायत और एसडीपीओ चांडिल अरविंद कुमार बिन्हा के निर्देशन में जिलेभर में ड्रोन सर्वे और भौतिक सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। हाल ही में चौका थाना क्षेत्र के हेसाकोचा पंचायत के उन गांवों पर ड्रोन से निगरानी की गई जहां पहले अफीम की खेती होती थी। जांच में पाया गया कि किसानों ने अब वैकल्पिक खेती शुरू कर दी है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि आगे भी इस प्रकार के सर्च अभियान जारी रहेंगे और यदि कहीं भी अवैध अफीम की खेती पाई गई तो कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इंचागढ़ विधानसभा अब हरियाली, विकास और नई सोच की मिसाल बनती जा रही है। यह बदलाव प्रशासन और जनता की संयुक्त कोशिश का परिणाम है।

इन्हें भी पढ़ें.