आदित्यपुर की ऐतिहासिक परंपरा, 1947 से लगातार मनाई जा रही है मां मनसा पूजा
तीसरी पीढ़ी निभा रही है आस्था की विरासत, मन्नत पूरी होने की मान्यता से उमड़ रही भीड़

आदित्यपुर : श्री श्री सार्वजनिक मां मनसा पूजा समिति, वीणा पानी क्लब, वार्ड नंबर 20, गुमटी बस्ती नियर रेलवे फाटक से अंडरग्राउंड ब्रिज रोड पर 1947 से मां मनसा पूजा का आयोजन लगातार किया जा रहा है। हर वर्ष 17 सितंबर को होने वाले इस धार्मिक समारोह को अब स्थानीय लोगों की तीसरी पीढ़ी आगे बढ़ा रही है। स्थानीय श्रद्धालुओं का कहना है कि इस मां मनसा मंदिर में मन्नतें मांगी जाती हैं और यहां आस्था रखने वालों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यही वजह है कि न सिर्फ आदित्यपुर की विभिन्न बस्तियों से बल्कि जमशेदपुर और जुगसलाई से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा करने पहुंचते हैं। मां मनसा की पूजा के बाद परंपरा के तहत भोर में बकरा और बतख का बलिदान चढ़ाया जाता है। इस ऐतिहासिक पूजा समिति में गुमटी बस्ती के लगभग सभी पुराने लोग सदस्य हैं। इनमें प्रमुख रूप से विशेष कुमार उर्फ बाबू तांती, अशोक दास, नंदलाल दास, हरि प्रसाद महतो, वीर बहादुर महतो, टूरु महतो, विकास गुप्ता, सनातन महतो, गिरधारी महतो और छगन लाल गुप्ता का नाम शामिल है। समिति के सक्रिय योगदान से यह पूजा आज भी उसी श्रद्धा और परंपरा के साथ आयोजित हो रही है जैसा कि 78 साल पहले शुरू हुई थी। मां मनसा पूजा का यह आयोजन न केवल आस्था और विश्वास का प्रतीक है बल्कि आदित्यपुर की सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक एकजुटता का भी उदाहरण प्रस्तुत करता है।