चैनपुर में जमीन माफिया बेलगाम, छतरपुर के रौतिया परिवार की पुश्तैनी 6.5 एकड़ जमीन ठगी
उपायुक्त गुमला और मुखिया से लगाई न्याय की गुहार

पूर्व में सदमे से हुई मौत की घटना फिर ताज़ा
चैनपुर-: जिले के चैनपुर प्रखंड में जमीन माफियाओं का कहर एक बार फिर चरम पर है। बेन्दोरा पंचायत के छतरपुर गांव में गरीब और भोले-भाले रौतिया समाज के लोगों की पुश्तैनी जमीन हड़पने की बड़ी साज़िश का खुलासा हुआ है। छतरपुर गांव निवासी लोचनाथ रौतिया ने जमीन माफियाओं पर साढ़े छह एकड़ (6.67 एकड़) की पैतृक भूमि ठगकर अपने नाम लिखवाने का गंभीर आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन से त्वरित हस्तक्षेप की मांग की है। पीड़ित लोचनाथ रौतिया ने इस संबंध में उपायुक्त गुमला और पंचायत के मुखिया सुशील दीपक मिंज को लिखित आवेदन देकर अपनी जान-माल और जमीन को सुरक्षित करने की गुहार लगाई है। उपायुक्त गुमला को सौंपे गए अपने आवेदन में, लोचनाथ रौतिया ने चैनपुर निवासी रंजीत कुमार (पिता महेश साहु) पर मुख्य षड्यंत्रकारी होने का आरोप लगाया है। उसने बताया कि दिनांक 24 अक्टूबर 2025 को मुझे ठग फुसलाकर गुमला रजिस्ट्री ऑफिस ले जाया गया। रंजीत कुमार ने कहा कि वे मेरी पत्नी लक्ष्मी देवी के नाम से जमीन का कागजात बनवा रहे हैं। लेकिन वहां पहले से तैयार चार पट्टों पर जबरदस्ती मेरा ठेपा (अंगूठा निशान) लगवा लिया गया। माफियाओं ने मुझे जमीन के एवज में एक पैसा भी नहीं दिया है। लोचनाथ रौतिया ने साफ कहा है कि उनकी जमीन इजमाल (संयुक्त खानदानी) है और उन्हें इसे बेचने का कोई अधिकार नहीं है, और न ही वह बेचना चाहते हैं। उन्होंने उपायुक्त से आग्रह किया है कि इन फर्जी तरीके से लिखे गए चारों पट्टों की रजिस्ट्री को तुरंत रद्द किया जाए।मुखिया को दिए आवेदन में लोचनाथ रौतिया ने चार लोगों को इस धांधली में शामिल बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि रंजीत कुमार के साथ-साथ संख्या देवी, रितेश कुमार गुप्ता और मुकेश कुमार सिंह ने मिलकर उन्हें गुमराह किया और खानदानी खाता संख्या 25, 26 और 27 की जमीन की फर्जी रजिस्ट्री कराने की कोशिश की। यह उल्लेखनीय है। कि चैनपुर के छतरपुर में जमीन माफियाओं द्वारा रौतिया समाज के लोगों की जमीन हड़पने का यह कोई पहला मामला नहीं है। करीब एक वर्ष पूर्व (जनवरी 2023) में भी ऐसी ही एक घटना ने पूरे चैनपुर को झकझोर दिया था। फर्जी तरीके से जमीन की रजिस्ट्री कराए जाने के सदमे में एक अन्य जमीन मालिक (महिनाथ रौतिया) की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद रौतिया समाज का गुस्सा भड़क उठा था। सैकड़ों ग्रामीणों ने शव के साथ चैनपुर बस स्टैंड पर सड़क जाम कर दिया था। जमीन माफियाओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई और उनका पुतला दहन किया गया था। इस दौरान चैनपुर जमीन की हेरा-फेरी को लेकर सुर्खियों में रहा था। मौजूदा मामले में ग्राम पंचायत बेन्दोरा के मुखिया सुशील दीपक मिंज ने भी माफियाओं के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। मुखिया सुशील दीपक मिंज ने कहा है कि क्षेत्र के भोले भाले और सीधे रौतिया समाज के लोगों की जमीन लूटी जा रही है जो सरासर गलत और अन्यायपूर्ण है। हम ऐसा बिल्कुल होने नहीं देंगे। मेरी जमीन माफियाओं को सीधी चेतावनी है कि वे होश में आएं और सुधर जाएं अन्यथा गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। जमीन माफियाओं की यह वापसी गरीब आदिवासियों की जमीन पर बड़ी होनी का संकेत दे रही है। यदि प्रशासन ने इस मामले में कठोर कार्रवाई नहीं की और इन चार पट्टों की रजिस्ट्री को नहीं रोका तो क्षेत्र में एक बार फिर बड़ा जनाक्रोश भड़क सकता है।