चाईबासा में आदिवासियों पर लाठीचार्ज के खिलाफ सरायकेला में भाजपा का पुतला दहन, जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव ने कहा: जनता की आवाज़ को कुचलना लोकतंत्र के लिए कलंक
ग्रामीणों की नो-एंट्री की मांग जायज, लेकिन सरकार ने दिखाई बेरुख़ी, परिवहन मंत्री दीपक बिरुआ पर भी साधा निशाना

सरायकेला : चाईबासा के तांबो चौक पर आदिवासी ग्रामीणों के शांतिपूर्ण आंदोलन पर पुलिस द्वारा किए गए बर्बर लाठीचार्ज और आंसू गैस के इस्तेमाल के विरोध में मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी ने सरायकेला के गैराज चौक पर हेमंत सरकार का पुतला दहन किया। कार्यक्रम का नेतृत्व भाजपा जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव ने किया जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और आम नागरिक शामिल हुए। गौरतलब है कि ग्रामीण दिन में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने की नो-एंट्री की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों का कहना है कि दिनभर ट्रकों की आवाजाही से सड़क दुर्घटनाएँ भयावह रूप ले चुकी हैं जिसमें बीते एक वर्ष में कई निर्दोषों की मौत हो चुकी है। इस सड़क पर उपायुक्त कार्यालय, कोल्हान विश्वविद्यालय और कई शिक्षण संस्थान होने के कारण दिनभर आमजन का आवागमन बना रहता है। भाजपा जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव ने पुलिसिया कार्रवाई को लोकतंत्र के गले पर प्रहार बताया। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की जायज मांग को नज़रअंदाज़ कर सरकार ने पुलिस के सहारे आंदोलन को कुचलने का काम किया है। यह जनता की आवाज़ दबाने का प्रयास है जो लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है। उन्होंने परिवहन मंत्री दीपक बिरुआ पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें जनता के बीच जाकर संवाद स्थापित करना चाहिए था लेकिन उन्होंने संवेदनशीलता के बजाय कठोरता दिखाई। भाजपा ने दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई और ग्रामीणों की मांग को तत्काल स्वीकार करने की मांग की है। कार्यक्रम में बद्री दरोगा, मुरली प्रधान, मनोज महतो, अभिषेक आचार्य, बीजू दत्ता, तुषारकांत दुबे, माईकल महतो समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। भाजपा ने चेतावनी दी है कि अगर जनता की आवाज़ नहीं सुनी गई तो आंदोलन और तेज़ किया जाएगा।