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बीआईटी मेसरा के 35वें दीक्षांत समारोह में चांसलर सीके बिड़ला ने आकाश मिश्रा को प्रदान की डॉक्टरेट की उपाधि

रिपोर्ट: Shailendra Tiwary8 घंटे पहलेझारखण्ड

पाटन प्रखंड के सगुनी गांव निवासी आकाश मिश्रा को डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (इंजीनियरिंग) की मिली उपाधि

बीआईटी मेसरा के 35वें दीक्षांत समारोह में चांसलर सीके बिड़ला ने आकाश मिश्रा को प्रदान की डॉक्टरेट की उपाधि

एडवोकेट सह ज्योतिषाचार्य पंडित गोपाल मिश्रा के पुत्र हैं डॉ आकाश मिश्रा

मेदिनीनगर (पलामू) : बिड़ला प्रौद्योगिकी संस्थान (बीआईटी) मेसरा के 35वें दीक्षांत समारोह बुधवार को 2589 विद्यार्थियों को डिग्री मिली। इसमें पलामू जिले के पाटन प्रखंड के सगुनी गांव निवासी व वर्तमान में रातू रोड रांची के विंध्यवासिनी नगर निवासी एडवोकेट सह ज्योतिषाचार्य पं. गोपाल मिश्रा के पुत्र आकाश मिश्रा को डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (इंजीनियरिंग) की उपाधि, समारोह के मुख्य अतिथि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष डॉ वी नारायणन की मौजूदगी में बीआईटी मेसरा के अध्यक्ष सह चांसलर सीके बिड़ला ने डॉक्टरेट की उपाधि दी। चांसलर ने उपाधि देने के पश्चात आकाश मिश्रा से कहा कि इस सफलता में आपके परिवार का भी योगदान है। अपने माता-पिता व परिवार के सभी सदस्यों का आभार प्रकट करना चाहिए।

मौके पर मौजूद आकाश मिश्रा के पिता पंडित गोपाल मिश्रा ने पुत्र को आशीर्वाद देते हुए कहा कि आपने शोध का विषय - मॉडल का उपयोग करके पूरे संयंत्र के वायुमंडल सातत्य में भारी धातुओं के जैव-रासायनिक चक्रण पर शोध करते हुए अध्ययन किया है, इसे समाज को लौटाएं। यह आपकी जिम्मेदारी है और यही शिक्षा का असली अर्थ भी है। कहा कि सीखना कभी न रोकें। ज्ञान व पेशे में उत्कृष्टता के लिए लगातार सीखते रहें। हार्ड व स्मार्ट वर्क का कोई विकल्प नहीं है। डॉक्टरेट की उपाधि मिलने के पश्चात डॉक्टर आकाश मिश्रा ने कहा कि यह उपलब्धि उनके माता-पिता, मार्गदर्शक प्रो. बिंदु लाल व बीआईटी परिवार के सतत सहयोग का परिणाम है। वे अपने माता-पिता के आभारी हैं, जिन्होंने उन्हें सदैव ज्ञान व सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी है। उनका उद्देश्य है कि अपने शोध कार्य को समाजोपयोगी बनाते हुए पर्यावरण संरक्षण व सतत विकास के क्षेत्र में योगदान करें।

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