लगातार बारिश से जनजीवन बेहाल, नगर क्षेत्र में मकान ढहने की घटनाओं से दहशत
24 घंटे में 111 मिमी बारिश, कई मोहल्लों में तबाही, कुचाई में सर्वाधिक वर्षा दर्ज

सरायकेला-खरसावां : जिले में लगातार हो रही बारिश ने नगर क्षेत्र में जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारी वर्षा के कारण नगर के कई मोहल्लों में खपरैल और एस्बेस्टस की छतों वाले मकान ढहने की घटनाएं सामने आ रही हैं। बीते 24 घंटे में नगर क्षेत्र से एक दर्जन से अधिक मकानों के ढहने की सूचना मिली है। सबसे गंभीर घटना राजबांध मोहल्ले से सामने आई है जहां स्व. राजू गोप की पुत्री ज्योत्सना गोप जो अपनी वृद्ध मां के साथ रहती थीं उनका मकान पूरी तरह से जमींदोज हो गया। इसी मोहल्ले में रहने वाली विधवा महिला जूही मुखी और आकाश मुखी का भी मिट्टी का मकान ढह गया। इन घटनाओं में घरों के भीतर रखी सारी संपत्ति नष्ट हो गई। पीड़ित परिवार अब खुले आसमान के नीचे रहने को विवश हैं। नगर के अन्य मोहल्लों में भी हालात भयावह हैं। हर ओर कीचड़, जलजमाव और गिरते मकानों की खबरें हैं जिससे लोगों में दहशत का माहौल है। वहीं खरकाई नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है जिससे बाढ़ की आशंका भी बढ़ गई है। बता दें कि जिले में पिछले 24 घंटे के दौरान 111.01 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। जुलाई माह की औसत सामान्य वर्षा जहां 253.7 मिमी होती है वहीं इस माह अब तक 121.7 मिमी वर्षा हो चुकी है। सबसे अधिक बारिश कुचाई प्रखंड में 32.4 मिमी दर्ज की गई है। इसके अलावा ईचागढ़ में 15.02 मिमी, कुकरू में 16.4 मिमी, सरायकेला में 14.5 मिमी, गम्हरिया में 13.0 मिमी, चांडिल में 11.2 मिमी, खरसावां में 8.4 मिमी वर्षा हुई है। नीमडीह प्रखंड में बारिश नहीं हुई है। प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी किया गया है लेकिन राहत और पुनर्वास के लिए ज़मीनी कार्रवाई की रफ्तार धीमी है। लगातार बारिश के चलते ज़िले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लोग भय और असुविधा में दिन गुजारने को मजबूर हैं।