तरुण महतो की रिहाई को लेकर JLKM का उपायुक्त कार्यालय के समक्ष विशाल धरना प्रदर्शन, पत्नी भानुमति महतो फूट-फूटकर बोलीं: मेरे पति निर्दोष, उन्हें न्याय दिलाइए
JLKM का प्रशासन पर सबसे बड़ा हमला, पुलिस रक्षक नहीं भक्षक बन गई है, अवैध खनन रोकने व तरुण महतो की रिहाई को लेकर उग्र आंदोलन की चेतावनी

सरायकेला-खरसावां : अवैध बालू खनन और पुलिस प्रशासन की कथित अमानवीय कार्रवाई के विरोध में मंगलवार को झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) ने उपायुक्त कार्यालय के समक्ष विशाल धरना प्रदर्शन किया। धरना का नेतृत्व जिला अध्यक्ष दीपक महतो और जेल में बंद पूर्व विधानसभा प्रत्याशी तरुण महतो की पत्नी भानुमति महतो ने किया। उपायुक्त की अनुपस्थिति में प्रतिनिधिमंडल ने उप विकास आयुक्त रीना हांसदा को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में दीपक महतो ने आरोप लगाया कि इंचागढ़ क्षेत्र में प्रतिदिन रात में 100-150 हाइवा से अवैध बालू परिचालन हो रहा है जबकि खनन पदाधिकारी और पुलिस प्रशासन पूरी तरह निष्क्रिय हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार की वेबसाइट पर स्पष्ट है कि जिले के सभी बालू घाट लैप्स हैं और झारखंड हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार पेसा कानून लागू होने तक किसी तरह की नीलामी नहीं हो सकती। इसके बावजूद अवैध खनन धड़ल्ले से जारी है। सबसे गंभीर आरोप पुलिस व्यवहार को लेकर लगे। दीपक महतो के अनुसार 18 नवंबर की रात ग्रामीणों के साथ तरुण महतो ने प्रशासन की मदद के उद्देश्य से अवैध बालू लदे वाहनों को रोका लेकिन उल्टा उन्हें ही थाना में डिटेन कर नंगा कर पीटा गया, फर्जी मुकदमे में जेल भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि यदि एक जनप्रतिनिधि के साथ पुलिस यह कर सकती है तो आम जनता के साथ क्या करती होगी? धरना स्थल पर तरुण महतो की पत्नी भानुमति महतो रो पड़ीं। भावुक होकर उन्होंने कहा कि मेरे पति सिर्फ जिले का हित चाहते थे। अवैध बालू रोकना क्या गुनाह है? उन्हें जिस तरह पीटा गया वह किसी भी इंसान के साथ नहीं होना चाहिए। मैं न्याय की भीख माँग रही हूँ… मेरे पति निर्दोष हैं। समिति ने चेतावनी दी कि यदि अवैध खनन पर रोक और पुलिस की बर्बरता पर कार्रवाई नहीं होती है तो JLKM के केंद्रीय अध्यक्ष एवं डुमरी विधायक जयराम महतो के नेतृत्व में उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा।