चांडिल के सुकसारी टोला में हाथियों का तांडव, पांच घर तोड़े, अनाज नष्ट, ग्रामीण दहशत में
वन विभाग की निष्क्रियता पर उठे सवाल, दलमा सेंचुरी से वन्य जीवों का पलायन बनी चिंता का विषय

चांडिल : सरायकेला जिला अंतर्गत चांडिल अनुमंडल के तिरूलडीह प्रखंड के सुकसारी टोला, सुकमारी गांव में बीती रात हाथियों के झुंड ने जबरदस्त उत्पात मचाया। हाथियों ने कालीपद कुम्हार समेत पांच परिवारों के घरों को तोड़ डाला और घर में रखे अनाज, कपड़े, बर्तन समेत जरूरी सामानों को तहस-नहस कर दिया। हाथियों की आहट पाते ही ग्रामीणों ने जंगल की ओर भाग कर अपनी जान बचाई। पूरा गांव भय के साए में है और शाम होते ही लोग दशहत में जी रहे हैं। केवल सुकसारी टोला ही नहीं बल्कि रसूनिया पंचायत के अन्य गांवों में भी प्रतिदिन हाथियों का तांडव जारी है। अब तक कई घरों को नुकसान पहुंचाया जा चुका है लेकिन वन विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई या सुरक्षा उपाय नहीं किए गए हैं। चांडिल क्षेत्र में स्थित दलमा वाइल्डलाइफ सेंचुरी जो गज परियोजना के अंतर्गत आती है वहां पर्याप्त मात्रा में भोजन और पौष्टिक सामग्री की कमी के कारण हाथी पलायन कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति वन एवं पर्यावरण विभाग की विफलता को उजागर करती है। ज्ञात हो कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा करोड़ों रुपये वन्य जीवों और जंगलों के संरक्षण हेतु उपलब्ध कराए जाते हैं। बावजूद इसके वन्य प्राणी सुरक्षित नहीं हैं और ग्रामीणों की जानमाल खतरे में पड़ी है। ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने मांग की है कि वन विभाग तुरंत स्थिति की जांच करे मुआवजा दे और हाथियों को सुरक्षित वापसी के उपाय करे। साथ ही दलमा सेंचुरी में वन्य प्राणियों के लिए भोजन और जल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।