ताज़ा-ख़बर

पलामू के पांकी अंचल में पहली बार उद्यान मित्र रंजन दुबे की पहल पर हुई स्ट्राबेरी की बंपर खेती, किसान मालामाल

रिपोर्ट: Shailendra Tiwary1 दिन पहलेझारखण्ड

पलामू जिले में उद्यान विकास योजना के तहत सगालीम गांव हुई है डेढ़ एकड़ में स्ट्रावेरी की खेती

पलामू के पांकी अंचल में पहली बार उद्यान मित्र रंजन दुबे की पहल पर हुई स्ट्राबेरी की बंपर खेती, किसान मालामाल

कोलकाता व वाराणसी की मंडी में किसान परमेंद्र प्रजापति व धर्मेंद्र प्रजापति के स्ट्रॉबेरी की है मांग, कोलकाता से सीधे जाता है विदेश

स्ट्रॉबेरी विटामिन सी व एंटीऑक्सीडेंट गुणों से होता है भरपूर

मेदिनीनगर (पलामू) : पलामू जिले के पांकी प्रखंड स्थित सगालीम गांव में पहली बार स्ट्रॉबेरी की खेती हुई है। जिला उद्यान विभाग पलामू की ओर से प्रखंड उद्यान मित्र रंजन दूबे ने किसान परमेंद्र प्रजापति व धर्मेंद्र प्रजापति को खेती के लिए तैयार कराया। प्रखंड उद्यान मित्र रंजन दूबे के सपोर्ट से किसान ने अथक परिश्रम किया व सफलता अब कदम चूमने लगी। इनके खेत में उपजे स्ट्राबेरी की मांग कोलकाता व वाराणसी की मंडी में है। इनकी स्ट्राबेरी कोलकाता की मंडी से सीधे विदेश को जाती है।

किसान परमेंद्र प्रजापति व धर्मेंद्र प्रजापति ने बताया कि डेढ़ एकड़ खेत में स्ट्रॉबेरी की फसल लगाया है। वे दोनों भाई खेत में प्रतिदिन दो मजदूरों के साथ स्वयं कार्य करते हैं। प्रखंड उद्यान मित्र रंजन दुबे के सहयोग से पौध संरक्षण विभाग से नीम तेल वह व्यवस्था में दवा व कृषि विभाग की ओर से ड्रिप इरीगेशन का लाभ दिलाया है। इनके सहयोग से वर्मी कंपोस्ट देकर पौधों की निकाई-गुड़ाई करते हैं। पौधे पर किसी तरह का केमिकल का प्रयोग नहीं करते हैं।

मौके पर मौजूद प्रखंड कृषक मित्र रंजन दुबे ने बताया कि किसान परमेंद्र प्रजापति व धर्मेंद्र प्रजापति को बड़ी मुश्किल से स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए तैयार किया था। विभाग द्वारा जितना बन सका सहयोग कराया। इसके बाद भी वे समय-समय पर यहां आकर जरूरत के सामान उपलब्ध कराते हैं। उन्होंने कहा कि पांकी प्रखंड क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी खेती की असीम संभावनाएं हैं। किसान परंपरागत खेती की जगह स्ट्रॉबेरी की खेती करेंगे तो मालामाल बन सकते हैं। कहा कि प्रत्येक दिन इसकी खेती को देखने के लिए कई किसान आते हैं। फफूंद या अन्य रोग की रोकथाम के लिए विवेक दुबे सप्ताह में एक दिन खेतों में लगे हुए फसलों का बारीकी से निरीक्षण करते हैं। उन्होंने बताया कि स्ट्रॉबेरी के सेवन से स्वास्थ्य लाभ मिलता है। स्ट्रॉबेरी में विटामिन सी व एंटीऑक्सीडेंट गुण से भरपूर होती है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है व पाचन में मदद करती है।

उन्होंने पांकी क्षेत्र के किसानों को आह्वान किया कि स्ट्रॉबेरी की खेती करने की ओर कदम बढ़ाएं। वे हर तरह के सहयोग देने के लिए तैयार हैं। स्ट्रॉबेरी की खेती छोटे व बड़े दोनों किसानों के लिए अच्छा मुनाफा देती है। बाजार में इसकी मांग काफी है। प्रखंड उद्यान मित्र रंजन दुबे ने कहा कि प्रखंड के किसान सरकार की योजनाओं का लाभ लें व अपनी आर्थिक स्थिति बेहतर बनाएं।

इन्हें भी पढ़ें.