जिलिंगगोड़ा में पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने वीर सिदो-कान्हू जयंती पर जाहेरथान में टेका माथा, पौधारोपण कर दोहराया संकल्प
इस विशेष अवसर पर चंपई सोरेन ने जाहेर थान परिसर में पौधारोपण भी किया और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।

सरायकेला : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व सरायकेला के विधायक श्री चंपई सोरेन ने शुक्रवार को वीर सिदो-कान्हू जयंती के मौके पर अपने पैत्रिक गाँव जिलिंगगोड़ा स्थित जाहेरस्थान में सपरिवार पूजा अर्चना की। इस दौरान उन्होंने आदिवासी अस्मिता और अस्तित्व की लड़ाई को आगे बढ़ाने का संकल्प दोहराया। पूर्व सीएम ने कहा कि वीर सिदो-कान्हू जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों की संघर्ष गाथा हमें अपनी जड़ों से जोड़ती है और उनके दिखाए रास्ते पर चलकर ही हम अपने समाज की रक्षा कर सकते हैं। उन्होंने समाज के लोगों से आह्वान किया कि वे अपनी संस्कृति, पहचान और अधिकारों की रक्षा के लिए संगठित हों। इस विशेष अवसर पर चंपई सोरेन ने जाहेर थान परिसर में पौधारोपण भी किया और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। पूजन के दौरान उन्होंने परंपरागत रूप से हिरला मरांग बुरू, जोहार जाहेर आयो! कहते हुए जाहेर थान में माथा टेका और आशीर्वाद प्राप्त किया। समारोह में उनके साथ परिजन, ग्रामीण और समाज के गणमान्य लोग मौजूद रहे।