किशोरियों को आत्मनिर्भर और जागरूक बनाने की दिशा में मेदिनीनगर टाउन थाना का सराहनीय प्रयास
आपात स्थिति में बेहिचक पुलिस से संपर्क कर सकें और डायल 112 जैसे आपातकालीन नंबरों की उपयोगिता समझ सकें।

मेदिनीनगर : पलामू जिले की युवतियों और छात्राओं को आत्मनिर्भर और जागरूक बनाने की दिशा में मेदिनीनगर टाउन थाना द्वारा एक महत्वपूर्ण पहल की गई। सोमवार को केजी सीएम एक्सीलेंस स्कूल, मेदिनीनगर की नौवीं कक्षा की छात्राएं टाउन थाना पहुँचीं, जहां उन्हें थाना परिसर का भ्रमण कराया गया और पुलिस के कार्यों की विस्तृत जानकारी दी गई।
यह पूरा कार्यक्रम पुलिस अधीक्षक महोदया के निर्देश एवं मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। रविवार को आयोजित क्राइम मीटिंग में उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया था कि वे स्कूल-कॉलेज जाकर विशेष रूप से छात्राओं को पुलिस कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी दें, ताकि वे किसी भी आपात स्थिति में बेहिचक पुलिस से संपर्क कर सकें और डायल 112 जैसे आपातकालीन नंबरों की उपयोगिता समझ सकें।
कार्यक्रम के दौरान थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर देवव्रत पोद्दार ने छात्राओं को बताया कि एफआईआर कैसे दर्ज की जाती है, किसी अपराध की सूचना मिलने पर पुलिस किस प्रकार घटनास्थल पर पहुँचती है और आरोपी की गिरफ्तारी से लेकर हिरासत तक की प्रक्रिया कैसे संचालित होती है। यह जानकारी उन्हें प्रैक्टिकल रूप में दी गई।
छात्राओं ने इस अनुभव को अत्यंत सकारात्मक बताया। कई छात्राओं ने कहा कि उन्हें पहले पुलिस से डर लगता था, लेकिन आज थाना भ्रमण और जानकारी प्राप्त करने के बाद उन्हें महसूस हुआ कि पुलिस आम नागरिकों की रक्षक है और किसी भी समस्या की स्थिति में थाने आकर सहायता प्राप्त करना आसान है।
छात्राओं को डायल 112 की सेवा की उपयोगिता, ऑनलाइन एफआईआर की प्रक्रिया और पुलिस द्वारा उपयोग में लाए जाने वाले हथियारों, विशेषकर पिस्टल, की कार्यप्रणाली से भी परिचित कराया गया।
इस अवसर पर छात्राओं को जलपान भी कराया गया और उनके साथ आए शिक्षकों को स्मृति-स्वरूप पौधा भेंट कर सम्मानपूर्वक विदा किया गया। सुरक्षा की दृष्टि से थाना परिसर में सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए गए थे।
यह प्रयास न केवल पुलिस और जनता के बीच विश्वास बढ़ाने की दिशा में है, बल्कि आने वाली पीढ़ी को जागरूक और सशक्त बनाने की दिशा में भी एक मजबूत कदम है।