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सारंडा जंगल में नक्सलियों की खूनी वारदात, आईईडी ब्लास्ट में नौ साल की मासूम सीरिया हेरेंज की दर्दनाक मौत

रिपोर्ट: VBN News Desk7 घंटे पहलेअपराध

स्कूल की तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची पत्ता चुनने गई थी जंगल, नक्सलियों के बिछाए बम ने छीन ली मासूम ज़िंदगी

सारंडा जंगल में नक्सलियों की खूनी वारदात, आईईडी ब्लास्ट में नौ साल की मासूम सीरिया हेरेंज की दर्दनाक मौत

चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम के सारंडा जंगल से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी बम विस्फोट में नौ वर्षीय मासूम सीरिया हेरेंज की मौत हो गई है। यह दर्दनाक हादसा जराईकेला थाना क्षेत्र के दीघा गांव के पास मंगलवार सुबह हुआ जब सीरिया अपने गांव के अन्य ग्रामीणों के साथ पत्ता चुनने जंगल गई थी। ग्रामीणों के मुताबिक जंगल के बीच पत्ता चुनने के दौरान अचानक तेज़ धमाका हुआ और चारों ओर धुआं फैल गया। जब धुआं छंटा तो ग्रामीणों ने देखा कि सीरिया लहूलुहान हालत में जमीन पर पड़ी थी जिसकी मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों ने बच्ची के शव को किसी तरह गांव तक पहुंचाया जहां पुलिस ने उसे मृत घोषित कर पोस्टमार्टम के लिए चक्रधरपुर भेज दिया। सीरिया दीघा प्राथमिक विद्यालय में तीसरी कक्षा की छात्रा थी। परिवार और पूरे गांव में कोहराम मच गया है और ग्रामीणों के रोने की आवाज़ों से पूरा इलाका गूंज उठा। ग्रामीणों ने कहा कि जंगल में नक्सलियों द्वारा बिछाए गए बम इंसानों और जानवरों दोनों के लिए मौत का जाल बन चुके हैं जिससे अब वे जंगल में पत्ता या लकड़ी चुनने से डरने लगे हैं। यह हादसा उस जगह हुआ है जो सीआरपीएफ कैंप से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर है जो सुरक्षा इंतज़ामों पर बड़ा सवाल उठाता है। प्रशासन ने इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज़ कर दिया है और नक्सल विरोधी अभियान को और सख्त करने के निर्देश दिए हैं। मासूम सीरिया की मौत ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि जंगल में चल रहे संघर्ष की कीमत कब तक निर्दोष ग्रामीणों और बच्चों को चुकानी पड़ेगी?

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