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अवैध अफीम की खेती के खिलाफ झारखंड में अनोखा उदाहरण पेश कर रहा सरायकेला जिला

रिपोर्ट: MANISH 26 दिन पहलेझारखण्ड

अफीम की खेती के खिलाफ पुलिस की ऐसी अनोखी रणनीति की ग्रामीण खुद कर रहे विनष्टीकरण, अब तक 583 एकड़ अफीम की खेती नष्ट

अवैध अफीम की खेती के खिलाफ झारखंड में अनोखा उदाहरण पेश कर रहा सरायकेला जिला

सरायकेला-खरसावां : झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में अवैध अफीम की खेती को रोकने के लिए पुलिस ने एक अनोखी मुहिम छेड़ रखी है। पुलिस के निरंतर जागरूकता अभियान से प्रभावित होकर अब ग्रामीण खुद ही अपनी अवैध अफीम की खेती को नष्ट कर रहे हैं। सरायकेला पुलिस ने सिर्फ सख्ती से ही नहीं बल्कि जागरूकता और प्रेरणा के जरिये भी इस अवैध खेती के खिलाफ मुहिम छेड़ी है। इस अभियान के तहत ग्रामीणों को दलहन-तिलहन के बीज वितरित किए जा रहे हैं ताकि वे वैकल्पिक फसलों की ओर बढ़ सकें। बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के बीच चॉकलेट का वितरण किया जा रहा है जिनके रैपर पर अफीम की खेती के दुष्परिणाम और इसके कानूनी नतीजों की जानकारी दी गई है। गांव-गांव जाकर जागरूकता बैठकें आयोजित की जा रही हैं जहां पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी ग्रामीणों को समझा रहे हैं कि यह न सिर्फ गैरकानूनी है बल्कि जमीन की उर्वरता को भी नष्ट करता है। पुलिस अधीक्षक मुकेश लुनायत ने जानकारी दी कि पिछले दो महीनों में जिलेभर में 583 एकड़ अवैध अफीम की खेती को नष्ट किया गया है। दलभंगा ओपी, खरसावां, कुचाई, चौका, इचागढ़ और कांड्रा थाना क्षेत्रों में लगातार कार्रवाई जारी है। कई इलाकों में ग्रामीण खुद ही इस अवैध खेती को नष्ट कर रहे हैं जो इस अभियान की सफलता को दर्शाता है। दलभंगा ओपी क्षेत्र में मानकी-मुंडा और ग्राम प्रधानों के साथ बैठक की गई थी जिसके बाद ग्रामीणों ने खुद ही बड़ी संख्या में अफीम की खेती नष्ट कर दी।

12 लोग गिरफ्तार, पुलिस की सख्त चेतावनी

सरायकेला पुलिस ने अब तक अवैध खेती में संलिप्त 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सख्त चेतावनी दी है कि जो लोग अभी भी इस अवैध काम में संलिप्त हैं वे स्वेच्छा से अपनी फसल नष्ट कर दें अन्यथा पुलिस के द्वारा कार्रवाई की जाएगी और कानूनी प्रावधानों के तहत उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।

चॉकलेट पर संदेश लिखकर दिया जा रहा जागरूकता संदेश

हाल ही में पुलिस ने हाट बाजारों में चॉकलेट वितरण का अनोखा तरीका अपनाया। इन चॉकलेट्स के रैपर पर अफीम की खेती के दुष्परिणामों और कानूनी कार्रवाई की जानकारी लिखी थी ताकि हर व्यक्ति चाहे बच्चा हो या बुजुर्ग इस संदेश को पढ़कर जागरूक हो सके।

अवैध अफीम की खेती नष्ट करें, वरना होगी कानूनी कार्रवाई

पुलिस अधीक्षक मुकेश लुनायत ने साफ कहा कि अवैध अफीम की खेती कानूनन अपराध है और इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई खुद अपनी फसल नष्ट करता है तो उसे कानूनी कार्रवाई से राहत मिल सकती है लेकिन अगर पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी तो गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई से कोई नहीं बच सकेगा। सरायकेला पुलिस की यह अनोखी पहल झारखंड के अन्य जिलों के लिए भी एक मिसाल बनती जा रही है। पुलिस का यह मानवीय और जागरूकता पर आधारित दृष्टिकोण अब नशा मुक्त समाज की दिशा में एक बड़ी सफलता की ओर बढ़ रहा है।

बाइट : मुकेश लुनायत, एसपी सरायकेला बाइट : मंगल सिंह मुंडा, मुखिया, गोमियाडीह पंचायत बाइट : मानसिंह मुंडा, ग्राम मुंडा, तोरणडीह

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