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इंचागढ़ पुलिस की लगातार मेहनत से अफीम की खेती पर शिकंजा, सुदूरवर्ती गाँवों में लौट आई हरियाली

रिपोर्ट: MANISH 13 घंटे पहलेझारखण्ड

थाना प्रभारी विक्रमादित्य पांडे की सक्रियता से ग्रामीणों में जागरूकता, अफीम के स्थान पर लहलहाती धान-फसल

इंचागढ़ पुलिस की लगातार मेहनत से अफीम की खेती पर शिकंजा, सुदूरवर्ती गाँवों में लौट आई हरियाली

इंचागढ़ : सरायकेला-खरसावां जिले की इंचागढ़ थाना पुलिस अफीम की खेती को समाप्त करने और ग्रामीणों में जागरूकता फैलाने के लिए लगातार हर वक्त एक्शन मोड में रहती है। दिन के उजाले में गश्त हो या रात के अंधेरे में किसी मामले की छापेमारी पुलिस टीम हमेशा सक्रिय रहती है। सुदूरवर्ती मातकमडीह, उदल, काड़का, बुरुहातू और आसपास के जंगल पहाड़ियों में पुलिस नियमित निरीक्षण करती है ताकि अफीम की खेती पूरी तरह से समाप्त हो और किसान पारंपरिक खेती की ओर लौटें। इस अभियान की सफलता का रहस्य केवल कठोर कार्रवाई नहीं है। पुलिस ग्रामीणों, मानकी-मुंडा, ग्राम प्रधान और मुखियाओं तक जागरूकता फैलाकर उन्हें अफीम की खेती के दीर्घकालिक नुकसान के प्रति संवेदनशील बना रही है। धीरे-धीरे ग्रामीण स्वयं अवैध खेती छोड़ने लगे हैं। जिस जमीन पर कभी अफीम के पौधे उगते थे आज वहां धान और सब्जियों की हरी-भरी फसलें लहलहा रही हैं। यह परिवर्तन केवल खेतों में नहीं बल्कि किसानों की सोच और मानसिकता में भी दिखाई देता है। थाना प्रभारी विक्रमादित्य पांडे इस उपलब्धि के संबंध में कोई व्यक्तिगत बयान देने से परहेज करते हैं। वे कहते हैं कि उनका काम केवल वरीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करना है। उन्होंने सफलता का पूरा श्रेय एसपी मुकेश लुणायत के रणनीतिक मार्गदर्शन और चांडिल अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरविंद कुमार बिन्हा के नेतृत्व को दिया। इस अभियान ने साबित किया है कि अगर प्रशासन और समाज मिलकर काम करें तो किसी भी अवैध गतिविधि को समाप्त किया जा सकता है। इंचागढ़ पुलिस की सतत निगरानी, संवाद और सक्रिय पहल ने न केवल अफीम की खेती को समाप्त किया बल्कि ग्रामीणों में पारंपरिक खेती और सकारात्मक बदलाव की नई सोच भी पैदा की। आज सरायकेला-खरसावां की सुदूरवर्ती धरती हरियाली और विकास का प्रतीक बन चुकी है जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बन रही है। इस कहानी से यह संदेश मिलता है कि लगातार मेहनत, जागरूकता और सही नेतृत्व किसी भी चुनौती को अवसर में बदल सकता है। इंचागढ़ थाना पुलिस का यह अभियान ग्रामीण जीवन में स्थायी बदलाव और नई दिशा लेकर आया है जो किसी मिसाल से कम नहीं।

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