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सरायकेला-राजनगर मुख्य सड़क पर जलजमाव और अतिक्रमण से बड़ा खतरा, सनत आचार्या के आग्रह पर उपायुक्त ने किया निरीक्षण

रिपोर्ट: MANISH 6 घंटे पहलेझारखण्ड

सनत आचार्या ने उपायुक्त का धन्यवाद देते हुए कहा कि कम से कम उन्होंने जनप्रतिनिधियों की बात को गंभीरता से लिया।

सरायकेला-राजनगर मुख्य सड़क पर जलजमाव और अतिक्रमण से बड़ा खतरा, सनत आचार्या के आग्रह पर उपायुक्त ने किया निरीक्षण

विधायक प्रतिनिधी सनत आचार्या द्वारा उपायुक्त को त्वरित संज्ञान लेने का आग्रह के बाद उपायुक्त स्वयं राजनगर रोड पहुंचे और मौके का निरीक्षण किया

सरायकेला-खरसावां : जिले के राजनगर प्रखंड का जिला मुख्यालय से संपर्क पूरी तरह टूटने के कगार पर है। इसका कारण है सरायकेला और राजनगर को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर स्थित कलवर्ट के जल निकासी मार्ग पर अवैध अतिक्रमण जिससे सड़क के नीचे की मिट्टी बह चुकी है और आसपास भारी जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। इस जलजमाव के बीच जुस्को की बिजली लाइन से बड़ी अनहोनी की आशंका जताई जा रही है। स्थानीय विधायक चंपई सोरेन के प्रतिनिधि सनत कुमार आचार्य ने इस स्थिति का एक वीडियो बनाकर उपायुक्त नीतीश कुमार सिंह को भेजा और त्वरित संज्ञान लेने का आग्रह किया। इसके बाद उपायुक्त स्वयं राजनगर रोड पहुंचे और मौके का निरीक्षण किया। उनके साथ नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी और पथ निर्माण विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे। उपायुक्त ने दोनों विभागों को आपसी समन्वय स्थापित कर पहले वैकल्पिक बाईपास सड़क की मरम्मत पूर्ण कर वाहनों का परिचालन शुरू कराने का निर्देश दिया। तत्पश्चात मुख्य सड़क की मरम्मत की प्रक्रिया आरंभ करने को कहा। इस संबंध में विधायक प्रतिनिधि सनत आचार्य ने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लगातार हो रही बारिश से समस्या और भी विकराल हो गई है लेकिन मुख्य वजह है नाले पर हुआ अवैध अतिक्रमण। उन्होंने कहा कि वर्षों से जिस सरकारी नाले से पूरे सरायकेला नगर क्षेत्र का पानी निकलता था उस पर अब लोगों ने घर बना लिए हैं जिससे जल निकासी बाधित हो गई है। इसी के चलते आज सड़क का फ्लाइंग हिस्सा टूट चुका है। आचार्य ने चेताया कि जुस्को की बिजली लाइन के बीच जलभराव से जानमाल का बड़ा खतरा बना हुआ है। अगर लाइन में कहीं से लीकेज या करंट का रिसाव होता है तो किसी की भी जान जा सकती है। उन्होंने प्रशासन से कई बार गुहार लगाई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। नगर प्रशासक, थाना प्रभारी और सिटी मैनेजर तक से संपर्क किया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आचार्य ने कहा कि अगर अब कोई बड़ा हादसा होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन की निष्क्रियता के कारण आज जिले के सबसे बड़े अधिकारी यानी उपायुक्त को स्वयं निरीक्षण के लिए मौके पर पहुंचना पड़ा जो जिला प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है। उन्होंने उपायुक्त का धन्यवाद देते हुए कहा कि कम से कम उन्होंने जनप्रतिनिधियों की बात को गंभीरता से लिया। स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों की मांग है कि इस क्षेत्र में जल्द से जल्द जल निकासी की व्यवस्था की जाए अवैध अतिक्रमण हटाया जाए और सड़क मरम्मत कर आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

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