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कोलेबिरा अंडरपास में जलजमाव से चार घंटे तक थमा यातायात, दो यात्री बसें फंसी, क्रेन की मदद से निकाला गया बाहर

रिपोर्ट: MANISH 6 घंटे पहलेझारखण्ड

हर साल की समस्या बनी बारिश में जलभराव, स्थायी समाधान की मांग तेज

कोलेबिरा अंडरपास में जलजमाव से चार घंटे तक थमा यातायात, दो यात्री बसें फंसी, क्रेन की मदद से निकाला गया बाहर

सरायकेला-खरसावां : जिले में लगातार दो दिनों से हो रही मूसलधार बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। जिले के प्रमुख मार्गों में सरायकेला-टाटा मुख्य सड़क, राजनगर और खरसावां मुख्य मार्ग जलजमाव के कारण बाधित हो गए हैं। विशेषकर सरायकेला-जमशेदपुर को जोड़ने वाले स्टेट हाईवे पर स्थित कोलेबिरा रेलवे अंडरपास जलभराव के कारण पूरी तरह ठप हो गया। अंडरपास से सटकर बहने वाली बरसाती नाली में अचानक पानी का तेज बहाव आ जाने से अंडरपास जलमग्न हो गया जिससे मुख्य सड़क पर चार घंटे तक यातायात ठप रहा। इस दौरान दोनों ओर लगभग दो किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार लग गई। स्थिति तब और गंभीर हो गई जब जमशेदपुर जा रही दो यात्री बसें अंडरपास के बीचोबीच फंस गईं। यात्रियों को घंटों बस में ही फंसे रहना पड़ा। बाद में रेस्क्यू टीम और जेसीबी की मदद से बसों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इधर कोलेबिरा अंडरपास के जलजमाव ने आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र और जिला मुख्यालय सरायकेला के बीच संपर्क भी पूरी तरह से तोड़ दिया है। अंडरपास की स्थिति ऐसी हो गई है कि सैकड़ों वाहन वहां फंसे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मजदूरों को हो रही है जो जान जोखिम में डालकर जलमग्न रास्ता पार कर औद्योगिक क्षेत्र की फैक्ट्रियों में ड्यूटी के लिए पहुंच रहे हैं। स्थानीय जिला परिषद सदस्य शंभू मंडल ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह समस्या हर साल बारिश के साथ सामने आती है लेकिन अब तक इसका कोई स्थायी समाधान नहीं हुआ है। उन्होंने जिला प्रशासन और रेलवे को इस दिशा में संयुक्त कार्रवाई कर स्थायी समाधान निकालने की अपील की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो आने वाले दिनों में बारिश के साथ हालात और भी गंभीर हो सकते हैं।

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